_17_September_2018_6-52-06PM.jpg?downsize=773:435)
प्रतीकात्मक फोटो
Quick Reads
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
बैंक आफ बड़ौदा, देना बैंक, विजया बैंक का होगा विलय
देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक अस्तित्व में आएगा
यह आर्थिक वृद्धियों को गति देने के सरकार के प्रयासों का हिस्सा है
अर्थव्यवस्था की समीक्षा के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा- राजकोषीय घाटे के लक्ष्य पर सरकार अडिग
सरकार की 21 बैंकों में बहुलांश हिस्सेदारी है. इन बैंकों की एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की बैंक परिसपंत्ति में दो तिहाई से अधिक हिस्सेदारी है. हालांकि इसके साथ इन सार्वजनिक बैंकों का फंसे कर्ज में भी बड़ी हिस्सेदारी है. इस डूबे कर्ज के कारण क्षेत्र प्रभावित है और वैश्विक बासेल-तीन पूंजी नियमों के अनुपालन के लिये अगले दो साल में करोड़ों रुपये चाहिए. वित्तीय सेवा सचिव राजीव कुमार ने राजधानी में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि तीनों बैंकों के निदेशक मंडल विलय प्रस्ताव पर विचार करेंगे. ‘इस विलय से परिचालन दक्षता और ग्राहकों की मिलने वाली सेवा बेहतर होगी.
अगर कांग्रेस को अरुण जेटली और विजय माल्या की मुलाकात के बारे में पता था तो चुप क्यों थी : शिवसेना
उन्होंने कहा कि विलय के बाद अस्तितव में आने वाला बैंक तीसरा सबसे बड़ा बैंक होगा पैमाने की मितव्ययिता के साथ मजबूत प्रतिस्पर्धी होगा. कुमार ने कहा कि नेटवर्क, कम-लागत जमा और अनुषंगी इकाइयों के मामले में बेहतर तालमेल होगा. उन्होंने कहा कि कर्मचारियो के हितों तथा ब्रांड इक्विटी का संरक्षण किया जाएगा. कुमार ने कहा कि देना बैंक, विजया बैंक और बैंक आफ बड़ौदा के पूंजी समर्थन सुनिश्चित किया जाएगा.
VIDEO: रणनीति: माल्या पर 'महाभारत'
तीनों बैंक विलय के बाद स्वतंत्र रूप से काम करते रहेंगे.
(इनपुट भाषा से)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं