दिल्ली-मुंबई राजधानी एक्सप्रेस बनी ड्रग्स तस्करों की पहली पसंद?

मुंबई:

दिल्ली से मुंबई के बीच दौडने वाली राजधानी एक्सप्रेस, वैसे तो अपनी रफ्तार के लिए जानी जाती है। लेकिन आजकल ये ड्रग्स तस्करी के लिए चर्चा में है। आप हैरान होगें, राजधानी एक्सप्रेस में ड्रग्स!

जी हां यात्रियों की पसंदीदा रेलगाड़ी राजधानी एक्सप्रेस तस्करों की पहली पसंद बनती दिख रही है। दिल्ली से मुंबई आ रही राजधानी एक्सप्रेस में दिसंबर 2014 से अब तक यानी 4 महीने में कोकीन की 4 खेप पकड़ी जा चुकी हैं।

कितनी बार पुलिस की नजर से बचकर निकल गई होगी कहना मुश्किल है। ड्रग्स के साथ अभी तक 5 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं और सभी नाईजीरियन हैं। मुंबई सेंट्रल जीआरपी थाने के मुखिया राजेंद्र त्रिवेदी की मानें तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में अभी तक बरामद कोकीन की कीमत 7 करोड़ रुपये के करीब है।

त्रिवेदी के मुताबिक पहली तीन खेप जहां पावडर के रूप में थी, वहीं चौथी खेप कैप्सूल में भरकर लाई गई थी। गिरफ्तार दोनों आरोपियों ने उसे अपने अंडरवियर मे छिपा रखा था। एक के पास 25 कैप्सूल तो दूसरे के पास 21 कैप्सूल मिले। एक कैप्सूल का वजन 14 से 15 ग्राम है।

गिरफ्तार आरोपियों के नाम ओगुगुवा और आर्थर हैं। दोनों ही टूरिस्ट वीजा पर भारत आए हैं। पुलिस के मुताबिक जांच में पता चला है कि एजेंसियों की नजर से बचने के लिए कोकीन को कैप्सूल में भर कर लाया गया था।

विदेशों से यहां लाते समय आरोपी कैप्सूल को निगल लेते हैं और फिर यहां आने के बाद शौच के रास्ते बाहर निकाल कर तय जगह पर पहुंचा देते हैं। हालांकि कैप्सूल पेट में फटने का खतरा भी बना रहता है। कुछ साल पहले मुंबई एयरपोर्ट पर ऐसे ही एक तस्कर की मौत होते-होते बच गई थी।

पुलिस के मुताबिक नशे के काले कारोबार से जुडे सभी नाईजीरियन पकड़े जाने के बाद एक ही कहानी बताते हैं। उन्हें किसी अंजान शख्स ने पार्सल मुंबई तक ले जाने को कहा। बदले में रेल टिकट और रुपये भी दिए। इसके आगे वो कुछ भी नहीं बताते, चाहे पुलिस कितनी भी सख्ती क्यों ना बरते।

एक और खास बात पकड़े जाने के बाद पुलिस स्टेशन में इनसे कोई भी मिलने नहीं आता, लेकिन जैसे ही जेल हिरासत होती है अदालत में बड़ा वकील इनकी पैरवी के लिए हाजिर मिलता है। पकड़े जाने पर इनकी असली पहचान छिपी रहे इसलिए ज्यादातर नाईजिरीयन आरोपी अपना पासपोर्ट गायब कर देते हैं।

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राजधानी एक्सप्रेस से पकड़े आरोपियों मे से भी एक के भी पास पासपोर्ट नहीं मिला है। पुसिल के मुताबिक पासपोर्ट नहीं होने से उनकी नागरिकता पता नहीं चलती, लिहाजा संबंधित देश में वापस भेजना मुश्किल हो जाता है।