नई दिल्ली:
मंगलवार को होने वाली मतगणना के बाद इस बात का पता चल जाएगा कि हाल ही में तीन हिस्सों में विभाजित हुई दिल्ली नगर निगम पर इस बार किसका राज होगा।
राज्य निर्वाचन आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 272 वार्डों के लिए 15 अप्रैल को हुए चुनावों की मतगणना कड़े सुरक्षा बंदोबस्त के बीच 33 केंद्रों पर की जाएगी। उन्होंने बताया कि तीन बजे तक सभी परिणाम सामने आ जाएंगे।
शनिवार को हुए चुनावों में 55 प्रतिशत मतदान हुआ था जिसमें 2423 उम्मीदवारों ने अपना भाग्य आजामाया था।
अगले साल दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए इन चुनावों के परिणाम सभी राष्ट्रीय दलों के लिए अहम होंगे।
दिल्ली कांग्रेस प्रमुख जेपी अग्रवाल ने कहा कि वह शत-प्रतिशत आश्वस्त हैं कि उनकी पार्टी ही जीतेगी। वहीं भाजपा के विजेंदर गुप्ता ने दावा किया कि तीनों निगमों पर उनका ही कब्जा होगा।
दिल्ली उत्तर और दक्षिण निगम में 104 104 वार्ड और पूर्व में 64 वार्डों की इस जंग में 138 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं।
पिछली बार 2007 में हुए निगम चुनावों में भाजपा को 36.17 प्रतिशत, कांग्रेस को 29.17 प्रतिशत और बसपा को 9.87 प्रतिशत मत मिले थे।
राज्य निर्वाचन आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 272 वार्डों के लिए 15 अप्रैल को हुए चुनावों की मतगणना कड़े सुरक्षा बंदोबस्त के बीच 33 केंद्रों पर की जाएगी। उन्होंने बताया कि तीन बजे तक सभी परिणाम सामने आ जाएंगे।
शनिवार को हुए चुनावों में 55 प्रतिशत मतदान हुआ था जिसमें 2423 उम्मीदवारों ने अपना भाग्य आजामाया था।
अगले साल दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए इन चुनावों के परिणाम सभी राष्ट्रीय दलों के लिए अहम होंगे।
दिल्ली कांग्रेस प्रमुख जेपी अग्रवाल ने कहा कि वह शत-प्रतिशत आश्वस्त हैं कि उनकी पार्टी ही जीतेगी। वहीं भाजपा के विजेंदर गुप्ता ने दावा किया कि तीनों निगमों पर उनका ही कब्जा होगा।
दिल्ली उत्तर और दक्षिण निगम में 104 104 वार्ड और पूर्व में 64 वार्डों की इस जंग में 138 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं।
पिछली बार 2007 में हुए निगम चुनावों में भाजपा को 36.17 प्रतिशत, कांग्रेस को 29.17 प्रतिशत और बसपा को 9.87 प्रतिशत मत मिले थे।