नई दिल्ली: दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार को कहा कि सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी के सभी सरकारी अस्पतालों में ‘वीआईपी संस्कृति’ हटाने का फैसला किया है।
दिल्ली में सीआईआई द्वारा आयोजित नौवीं स्वास्थ्य बीमा बैठक में जैन ने कहा कि सरकार गरीबों-अमीरों समेत सबको गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा देने के लिए कोशिशें कर रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार ने सरकारी अस्पतालों में वीआईपी संस्कृति हटाने का फैसला किया है। हमारी कोशिश आय एवं दूसरे हैसियतों पर ध्यान दिए बिना सबको गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा देने की है।’’
4,000 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जाएगी
जैन ने उल्लेख किया कि इसे लेकर हर साल 4,000 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जाएगी जोकि कुशलतापूर्वक और सही उद्देश्य के लिए खर्च करने पर स्वास्थ्य जरूरतें पूरी करने के लिए पर्याप्त है।
स्वास्थ्य मंत्री ने साथ ही दिल्ली में स्वास्थ्य क्षेत्र की बुनियादी संरचना मजबूत करने और लोगों के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए सरकार और निजी क्षेत्र के बीच विश्वास निर्माण की जरूरत पर बल दिया।