Delhi Corona Cases : दिल्ली में कोरोना संक्रमित मरीजों और शवों (Delhi Corona Deaths) की तादाद लगातार बढ़ रही है.कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए अस्पताल के बेड बढ़ाने का काम चल रहा है तो शवों को जलाने के लिए नया श्मशान घाट बनाया जा रहा है.बढ़ते करोना मामलों के सामने सरकारें बेबस दिख रही है. शनिवार और रविवार की दरमियानी मध्य रात्रि में दिल्ली के अस्पतालों के बाहर कोरोना मरीजों के एंबुलेंस की कतारें हैं.अस्पताल के बाहर कई घंटे इंतजार के बाद एक मरीज़ की ऐंबुलेंस में ही मौत हो गई.
एक पीड़ित ने NDTV से कहा कि तीन घंटे से अस्पताल के बाहर खड़े हैं, नंबर ही नहीं आ रहा है और आप देख रहे हैं कि कितनी ऐंबुलेंस हैं.आक्सीजन सिलेंडर के साथ एक आदमी अस्पताल के बाहर बैठा दिखा.यही दिल्ली के अस्पतालों की सच्चाई है.एक दिन में 25 हजार मामले कोरोना के आने से अब डाक्टर भी थकने लगे हैं.GTB अस्पताल के डॉक्टरों ने मांग की है कि कोविड के मरीजों की तादाद इतनी ज्यादा है कि कोविड कैजुअल्टी को बंद किया जाए.
दिल्ली के अस्पताल ही नहीं श्मशान घाट में भी जगह कम पड़ गई है.लिहाजा सीमा पुरी इलाके में आनन फानन में ये दीवार तोड़कर पुराने श्मशान घाट के बगल में नया श्मशान घाट बनाया जा रहा है. पूर्व विधायक जीतेंदर सिंह शंटी इसमें सहयोग कर रहे हैं. अब राजनीति छोड़कर कोविड संक्रमित शवों के अंतिम संस्कार कराने में दिन रात जुटे हैं.रविवार दोपहर तीन बजे तक ये 35 कोविड शवों का संस्कार कर चुके हैं.
सामाजिक कार्यकर्ता शंटी ने कहा कि पहले 35 शव को जलाने की जगह थी, अब 20 शव को जलाने के लिए और जगह बनाई जा रही है कल कल हमने 45 कोविड के शव का अंतिम संस्कार किया है. डॉक्टर, अधिकारी और पुलिस का सारा महकमा लगा है, लेकिन ये आपदा इतनी बड़ी है कि इसे बयां नहीं किया जा सकता है. जिसके ऊपर बीत रही है, वहीं इसे जान सकता है लेकिन कोरोना से बचाव का सबसे कारगर तरीका है कि जहां तक हो अपने घरों में रहें.
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