दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने सोमवार को राज्य में कोरोनावायरस (Coronavirus) की स्थिति को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के बॉर्डर एक हफ्ते के लिए सील होंगे.हालांकि, इस दौरान केवल पास के जरिए जरूरी सेवाओं से जुड़े लोग आवाजाही कर सकेंगे यानी आवश्यक सेवाओं को इससे बाहर रखा गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के नागरिकों से सुझाव लेने के बाद हम एक सप्ताह में दिल्ली की सीमाएं खोलने पर निर्णय लेंगे.
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली में सैलून और नाई की दुकान खुलेंगी, लेकिन स्पा बंद रहेंगे. पहले जो खोल दिया है वह खुला रहेगा. रात्रि कर्फ्यू के दौरान रात को 9 से सुबह 5 सब लोग घर में रहेंगे. दोपहिया पर अब एक सवारी पीछे बैठ सकेगी. बाजार में ऑड-ईवन खत्म, अब सारी दुकानें एक साथ खुलेंगी. इंडस्ट्री में भी अब एक ही समय खुल जाएगी.
केंद्र सरकार के आदेश के मुताबिक, लोग किसी राज्य के अंदर या एक राज्य से दूसरे राज्य के अंदर बिना किसी रूकावट या इजाजत के आ-जा सकते हैं लेकिन अगर कोई राज्य या केंद्र शासित प्रदेश जन स्वास्थ्य कारणों और स्थिति के आंकलन के बाद लोगों की आवाजाही को नियंत्रित करने का प्रस्ताव रखता है तो पहले उसको इस बारे में सभी पाबंदी और प्रक्रिया के बारे में खूब प्रचार करना होगा. इसीलिए अभी दिल्ली बॉर्डर फिलहाल सील नहीं हुए हैं. एक लिखित आदेश जारी होगा जिसके बाद बॉर्डर सील होंगे
दिल्ली सरकार की ओर यह ऐलान ऐसे समय आया है कि जब हरियाणा ने केंद्र की गाइडलाइन के अनुरूप दिल्ली-गुरुग्राम की सीमा को खोला दिया है. केंद्र सरकार ने देशव्यापी लॉकडाउन को 30 जून तक के लिए बढ़ाते हुए राज्यों के बीच आवाजाही की अनुमति दी थी.
बता दें कि उत्तर प्रदेश के नोएडा की सीमा भी दिल्ली से लगती है. नोएडा प्रशासन ने कोरोना को रोकने के लिए अप्रैल में दिल्ली-नोएडा ब़ॉर्डर को सील किया था. नोएडा जिला प्रशासन ने रविवार दिल्ली-नोएडा की सीमा को अगले आदेश तक बंद रखने का ऐलान किया है.
नोएडा प्रशासन ने दिल्ली से लगी सीमाओं को फिलहाल बंद ही रखने का फैसला किया है. प्रशासन का कहना है कि जिले में मिले 42 फीसदी मामलों का संबंध राष्ट्रीय राजधानी से है इसलिए ऐसा करने का फैसला लिया गया है.
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