India-China Laddakh Standoff : लद्दाख में चीन के साथ जारी गतिरोध को सात महीने हो चुके हैं. इस पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने गुरुवार को एक सैन्य संगोष्ठी में एक बार फिर भारतीय संंप्रभुता को लेकर प्रतिबद्धता दोहराई. उन्होंने कहा कि भारत 'एकतरफावाद और आक्रामकता' के सामने भारत अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए दृढ़ है. उन्होंने यह भी कहा कि 'भारत एक शांतिप्रिय देश है, हमारा मानना है कि मतभेदों को विवादों का रूप नहीं लेना चाहिए. हम बातचीत के माध्यम से मतभेदों के शांतिपूर्ण समाधान को महत्व देते हैं.'
राजनाथ सिंह ने सीमा विवाद पर यह भी कहा कि 'भारत सीमाओं पर शांति बनाए रखने के लिए चीन के साथ किए विभिन्न समझौतों का सम्मान करने के लिए प्रतिबद्ध है. युद्ध रोकने की क्षमता के माध्यम से ही शांति सुनिश्चित की जा सकती है; हमने क्षमता निर्माण कर इस संबंध में प्रयास किया है.'
इस दौरान उन्होंने पड़ोसी देश पाकिस्तान पर भी हमला किया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अब भी आतंकवाद का इस्तेमाल राजकीय नीति के रूप में करने पर अड़ा है.
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बता दें कि भारत और चीन के बीच लद्दाख में 6 मई को विवाद शुरू हुआ था. इसके अगले महीनों में दोनों देशों के बीच स्थिति खराब होती गई है. स्थिति को सामान्य करने के लिए दोनों पक्षों ने अबतक कई राउंड में कूटनीतिक और सैन्य वार्ताएं की हैं लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकल सका है.
संभावना है कि कॉर्प्स कमांडर-लेवल की बातचीत शुक्रवार को होगी. यह बातचीत का आठवां चरण होगा.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं