यह ख़बर 14 अक्टूबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

रेलवे प्लेटफॉर्म पर बैग में मिली लाश की हुई शिनाख्त

खास बातें

  • मुंबई के सीएसटी स्टेशन पर 26 सितम्बर को प्लेटफॉर्म पर बैग में मिली महिला की लाश की शिनाख्त हो गई है। मामले में पुलिस ने दो लोगो को गिरफ्तार किया है जिसमे मृतक का पति भी शामिल है।
मुंबई:

मुंबई के सीएसटी स्टेशन पर 26 सितम्बर को प्लेटफॉर्म पर बैग में मिली महिला की लाश की शिनाख्त हो गई है। मामले में पुलिस ने दो लोगो को गिरफ्तार किया है जिसमे मृतक का पति भी शामिल है।

जीआरपी पुलिस ने रोशनी की हत्या के आरोप में उसके पति प्रवीन ठाकरे के साथ-साथ 19 साल के अमोल करनजुले को गिरफ्तार किया है। पुलिस की जांच में पता चला की प्रवीण ने रोशनी की हत्या अवैध संबध के चलते की थी।

दरअसल, प्रवीण का उसी इलाके में रहने वाली एक महिला के साथ संबंध चल रहा था जिस बात पर रोशनी और प्रवीण में आए दिन झगडा होता रहता था। ऐसे की एक झगड़े के चलते 25 सितम्बर की रात को प्रवीण ने रोशनी की गला दबाकर हत्या कर दी और लाश को ठिकाने लगाने के लिए उसने अपने दोस्त अमोल का सहारा लिया।

जीआरपी आयुक्त प्रभात कुमार के मुताबिक, 'दोनों ने इलाके के दुकानदार से एक बैग ख़रीदा लेकिन उस बैग में रोशनी की लाश फिट न होने की वजह से उन्होंने उसी दुकानदार के पास से लाल रंग का ट्रैवल बैग लिया जिसमे रोशनी की लाश को छुपाया गया था।'

पुलिस का दावा है कि प्रवीण और अमोल ने प्लान किया था की लाश वाले बैग को खंडाला घाट या मुंब्रा की कड़ी में फेंक दिया जाए लेकिन ट्रेन में भीड़ के चलते वे यह नहीं कर पाए। इसलिए लाश वाले बैग को सीएसटी स्टेशन से बाहर निकालकर किसी सुनसान जगह पर छोड़ने का प्लान बनाया गया लेकिन स्टेशन पर बैठे पुलिसकर्मियों को देखकर दोनों ही आरोपी घबरा गए और बैग को स्टेशन पर ही छोड़कर भाग खड़े हुए।

मामले की जांच करते हुए जीआरपी पुलिस ने 4 अक्टूबर को मीडिया में सीसीटीवी जारी की जिसमे दो लोगों को लाल रंग के बैग के साथ देखा जा सकता था।

मीडिया में जारी सीसीटीवी को देखने के बाद प्रवीण को किराये पर मकान देने वाले मालिक ने उसे कॉल कर कहा की रोशनी की लाश की तस्वीरें टीवी पर चल रही हैं। उसने प्रवीण से यह भी पूछा कि जब वह दावा कर रहा है कि रोशनी मायके गई है तो उसकी लाश मुंबई में कैसे पंहुच गई।

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इस बीच, पुणे की जीआरपी को मुखबिर के ज़रिये मिली जानकारी के चलते वह उस दूकानदार तक पहुंच गई जहां से दोनों आरोपियों ने बैग ख़रीदा था। पुलिस ने दुकानदार की मदद से मिली जानकारी के बाद सबसे पहले प्रवीण और फिर उसके दोस्त अमोल को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का दावा है कि उसने पर्याप्त सबूत इकट्ठा कर लिए है जिससे दोनों आरोपियों को अदालत से सजा मिल सके।