प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.
सनोसरा (गुजरात):
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यहां ओलिंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु और साक्षी मलिक की जमकर प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि इन बेटियों ने रियो ओलिंपिक खेलों में भारत की प्रतिष्ठा बचाई.
प्रधानमंत्री ने रियो ओलिंपिक में महिला खिलाड़ियों के अच्छे प्रदर्शन पर कहा कि यह हमारी बेटियों की असली शक्ति है. यहां सउनी सिंचाई परियोजना के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री ने देश में लिंग आधारित भेदभाव समेत कई सामाजिक मुद्दों पर बात की. उन्होंने कहा कि हमें सुनिश्चित करना होगा कि हमारी बहन-बेटियों को शौच के लिए खुले में न जाना पड़े.
जामनगर जिले के सनोसरा में आयोजित समारोह में मोदी ने कहा, ‘‘हमें सुनिश्चित करना होगा कि हमारी बहन-बेटियों को खुले में शौच के लिए नहीं जाना पड़े. आपने देखा होगा कि हमारी बेटियों ने रियो ओलिंपिक में भारत की प्रतिष्ठा कैसे बचाई और हमें सम्मान दिलाया. यह हमारी बेटियों की सच्ची ताकत है.’’ बैडमिंटन खिलाड़ी सिंधु ने ओलंपिक में महिला एकल में रजत पदक दिलाया वहीं साक्षी ने रियो में महिला कुश्ती में पहली बार कोई पदक दिलाते हुए कांस्य अपने नाम किया.
मोदी ने कहा कि गुजरात सरकार लंबे समय से ‘बेटी बचाओ’ आंदोलन पर काम कर रही है. उन्होंने बच्चों के माता-पिता और समाज से लड़के-लड़कियों में भेदभाव नहीं करने का अनुरोध किया. उन्होंने कहा, ‘‘मैं लोगों से आग्रह करता हूं कि अपनी पुरानी गलतियों को नहीं दोहराएं. हमें समझना चाहिए कि हमारी लड़कियां भी लड़कों की तरह सक्षम हैं जो रियो ओलंपिक में साबित हो गया. उनमें भेदभाव नहीं करें.’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ आंदोलन को ‘बेटी खिलाओ’ के अगले स्तर पर ले जाने की जरूरत है.
मोदी ने कहा कि रियो में बेटियों के अच्छे प्रदर्शन के बाद लोगों ने कहना शुरू कर दिया बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और बेटी खिलाओ. इसलिए हमें अपनी बेटियों को खेल गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
प्रधानमंत्री ने रियो ओलिंपिक में महिला खिलाड़ियों के अच्छे प्रदर्शन पर कहा कि यह हमारी बेटियों की असली शक्ति है. यहां सउनी सिंचाई परियोजना के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री ने देश में लिंग आधारित भेदभाव समेत कई सामाजिक मुद्दों पर बात की. उन्होंने कहा कि हमें सुनिश्चित करना होगा कि हमारी बहन-बेटियों को शौच के लिए खुले में न जाना पड़े.
जामनगर जिले के सनोसरा में आयोजित समारोह में मोदी ने कहा, ‘‘हमें सुनिश्चित करना होगा कि हमारी बहन-बेटियों को खुले में शौच के लिए नहीं जाना पड़े. आपने देखा होगा कि हमारी बेटियों ने रियो ओलिंपिक में भारत की प्रतिष्ठा कैसे बचाई और हमें सम्मान दिलाया. यह हमारी बेटियों की सच्ची ताकत है.’’ बैडमिंटन खिलाड़ी सिंधु ने ओलंपिक में महिला एकल में रजत पदक दिलाया वहीं साक्षी ने रियो में महिला कुश्ती में पहली बार कोई पदक दिलाते हुए कांस्य अपने नाम किया.
मोदी ने कहा कि गुजरात सरकार लंबे समय से ‘बेटी बचाओ’ आंदोलन पर काम कर रही है. उन्होंने बच्चों के माता-पिता और समाज से लड़के-लड़कियों में भेदभाव नहीं करने का अनुरोध किया. उन्होंने कहा, ‘‘मैं लोगों से आग्रह करता हूं कि अपनी पुरानी गलतियों को नहीं दोहराएं. हमें समझना चाहिए कि हमारी लड़कियां भी लड़कों की तरह सक्षम हैं जो रियो ओलंपिक में साबित हो गया. उनमें भेदभाव नहीं करें.’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ आंदोलन को ‘बेटी खिलाओ’ के अगले स्तर पर ले जाने की जरूरत है.
मोदी ने कहा कि रियो में बेटियों के अच्छे प्रदर्शन के बाद लोगों ने कहना शुरू कर दिया बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और बेटी खिलाओ. इसलिए हमें अपनी बेटियों को खेल गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए.
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