
आंध्र प्रदेश में आज दोपहर पहुंचने वाला चक्रवाती तूफान हुदहुद शाम तक विशाखापत्तनम से 60 किलोमीटर पश्चिमोत्तर की ओर बढ़ गया है और इसकी तीव्रता कम हो गई है।
भारतीय मौसम विभाग के चक्रवात चेतावनी डिविजन के वैज्ञानिक एम महापात्र ने कहा कि हुदहुद बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान से गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है और इसकी गति अब 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटा रह गई है।
चक्रवात आज बंदरगाह शहर विशाखापत्तनम पहुंचा था, जिससे आंध्र प्रदेश के तीन तटवर्ती जिलों में मूसलाधार बारिश हुई। इससे राज्य और पड़ोसी राज्य ओड़िशा में चार लोगों की मौत हो गई तथा बिजली और संचार लाइनें टूट गईं।
विशाखापत्तनम, श्रीकाकुलम और विजयनगरम जिलों में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ, क्योंकि हवा 170 से 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी। बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान दोपहर से पहले विशाखापत्तनम पहुंचा। अंधड़ के साथ ही भारी बारिश से पेड़ उखड़ गए और कच्चे मकानों की छत और छप्पर उड़ गए।
राजस्व विभाग ने बताया कि 'हुदहुद' से कुल 2,48,004 लोग प्रभावित हुए हैं। इससे 70 मकानों को भी नुकसान पहुंचा और 34 पशु मारे गए हैं। आंध्र प्रदेश में बारिश से जुड़ी घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि ओड़िशा में एक व्यक्ति की मौत हुई है।
इससे पहले कल एक नौ साल की लड़की उस वक्त डूब गई, जब ओडिशा में केंद्रपाड़ा जिले के सतभाया इलाके में लोगों को बचाने में जुटी नौका पलट गई।
राज्य के मुख्य सचिव आईवीआर कृष्ण राव ने बताया, 'हुदहुद से तीन लोगों की मौत होने की खबर है। विशाखापत्तनम में दो लोगों के उपर पेड़ गिर गए, जबकि श्रीकाकुलम में एक परिसर की दीवार ढहने से एक व्यक्ति की मौत हुई है।'
वहीं ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त पीके महापात्र ने बताया कि एक मछुआरा समुद्री लहरों में उस वक्त फंस गया जब वह अपनी नौका बचाने की कोशिश कर रहा था।
दिल्ली में मौसम विभाग के निदेशक लक्ष्मण सिंह राठौड़ ने बताया कि चक्रवात आंध्र प्रदेश के तटों पर 170 से 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आया और यह 195 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुंच गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से बात की और राहत एवं बचाव उपायों पर चर्चा की तथा हर संभव मदद का वादा किया।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं