केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को कहा कि आत्मनिर्भर भारत योजना का परिदृश्य देश के लिये बहुत महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि भारत आने वाले समय में प्रथम श्रेणी की औद्योगिक शक्ति बनता है या नहीं, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि आज किस तरह के फैसले लिये जा रहे हैं. जयशंकर ने इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस द्वारा आयोजित किये गये डेक्कन संवाद के तीसरे संस्करण में कहा कि भारत ने खुली नीति के तहत सब्सिडी वाले उत्पादों तथा अन्य देशों के अनुचित व्यवहार व उत्पादन लाभ को यहां हावी होने दिया.
इन सभी को खुली और वैश्वीकृत अर्थव्यवस्था के नाम पर तार्किक साबित किया गया. उन्होंने कहा, ‘‘अतिशयोक्ति के बिना, अब हम जो निर्णय लेंगे वह यह निर्धारित करेगा कि भारत एक प्रथम श्रेणी की औद्योगिक शक्ति बन पायेगा या नहीं ... आत्मानिर्भर भारत का दृष्टिकोण बहुत महत्वपूर्ण है. यह दृष्टिकोण, दूसरों को हमारी भविष्य की संभावनाओं को तय करने की अनुमति देने के बजाय, मजबूत राष्ट्रीय क्षमताएं विकसित करने का मामला है.''
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं