विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने रविवार को दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के अपने सदस्य देशों से कोविड-19 को दोबारा जोर पकड़ने से रोकने के लिये जन स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत बनाने, सामाजिक दूरी के नियमों का कड़ाई से कार्यान्वय और टीकाकरण तेज करने की अपील की. संगठन ने एक बयान जारी कर यह अपील की.
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि इस सप्ताह मालदीव और म्यांमा ने कोरोना वायरस के चिंताजनक स्वरूप के संक्रमण की पुष्टि की है. इससे पहले बांग्लादेश, भारत, इंडोनेशिया, नेपाल, श्रीलंका, थाइलैंड और तिमोर-लेस्ते चिंताजनक स्वरूप की पुष्टि कर चुके हैं.
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कोरोना वायरस के चिंताजनक स्वरूप के साथ-साथ अर्थव्यवस्थाओं के चालू होने और कामकाज की शुरुआत के चलते दुनियभार में हाल ही में मामलों में तेज वृद्धि हुई है.
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डब्ल्यूएचओ की दक्षिण-पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक पूनम खेत्रपाल सिंह ने एक बयान में कहा, 'हमें जांच, संक्रमितों का पता लगाने और उन्हें पृथक करने के अपने प्रयासों को लगातार मजबूत करने की जरूरत है. भौतिक दूरी, हाथों की साफ-सफाई और उचित तरीके से मास्क पहनने के नियमों को सख्ती से लागू करने की जरूरत है. उन हिस्सों में ये उपाय पूरी तरह और लंबे समय तक लागू होने चाहिए, जहां चिंताजनक स्वरूप के संक्रमण के अधिक मामले सामने आ रहे हैं.'
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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं