केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा है कि वह कोरोना वायरस (Coronavirus) बंद को कड़ाई से लागू करें और इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करें. आपको बता दें कि देश के 80 जिलों में पूरी तरह से लॉकडाउन और यात्री रेल सेवा, बस सेवाओं को बंद करने के एक दिन बाद यह आदेश जारी किया गया है. कोरोनावायरस के खतरे के बीच लोगों की लापरवाही देख पीएम मोदी ने एक बार फिर अपील की है कि लोग सतर्कता बरतें. उन्होंने ट्विटर पर कहा,' लॉकडाउन को अभी भी कई लोग गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. कृपया करके अपने आप को बचाएं, अपने परिवार को बचाएं, निर्देशों का गंभीरता से पालन करें. राज्य सरकारों से मेरा अनुरोध है कि वो नियमों और कानूनों का पालन करवाएं'. प्रधानमंत्री के इस बयान के बाद ही केंद्र की ओर से इस सख्त को आदेश जारी किया गया है. लॉकडाउन के दौरान सभी तरह की व्यवसायिक गतिविधियां जैसे सिनेमा, मॉल, बाजार बंद कर दिए गए हैं. हालांकि जरूरी सेवाएं जैसे दूध की सप्लाई, खाना और दवाइयों की दुकानें खुली रहेंगी.
सरकार की ओर से की जा रही सख्ती और चिंता जायज भी है. रविवार को ही हमने देखा कि इंदौर सहित कई जगहों पर भीड़ सड़कों पर ताली और थाली बजा रही थी. जबकि इस संक्रमण को रोकने का एकमात्र सबसे बड़ा उपाय यही है कि एक जगह भीड़ न इकट्ठा होने पाए. भारत में अभी स्टेज-3 वाले हालात नहीं आए हैं और अभी हालात सरकार के नियंत्रण में हैं. लेकिन अभी इस वायरस का संक्रमण सामुदायिक तौर पर फैलने लगा तो हालात और खराब होने की आशंका है. गौरतलब है कि भारत,में मरीजों की संख्या 400 के पार पहुंच चुकी है और अब तक 7 लोगों की मौत हुई है.
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