Coronavirus Impact: कोरोना वायरस के संकट का दायरा बढ़ता जा रहा है. संक्रमण फैलने से रोकने के लिए सरकार ने 15 अप्रैल तक टूरिस्ट वीज़ा को स्थगित कर दिया है और बॉर्डर पर लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है. अब टूर एंड ट्रेवल इंडस्ट्री इसकी मार झेल रही है, ट्रांसपोर्ट सेक्टर में भी तनाव बढ़ता जा रहा है. दिल्ली के ट्रेवल डायनामिक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के वाइस प्रेसिडेंट गुरविंदर बावा कोरोना वायरस की मार झेल रहे हैं. विदेशों से पर्यटक आ नहीं रहे, घरेलू यात्राएं भी लगभग बंद हो चुकी हैं. काम अब लगभग ख़त्म सा हो चुका है. ट्रेवल डायनामिक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के वास पेसिडेंट ने गुरिंदर बावा एनडीटीवी से कहा, 'हमारा बिज़नेस 90% तक प्रभावित हुआ है. ये पीक पीरियड है. हम कह सकते हैं 100% बिज़नेस इज गॉन. कोई पर्सनल ट्रेवल नहीं कर रहा है, कॉर्पोरेट ट्रेवल बहुत कम हो गया है, वर्क फ्रॉम होम पालिसी स्टार्ट हो गया है.
पर्यटक आ नहीं रहे, और कंपनियां कर्मचारियों को घर बैठकर ही काम करने की हिदायत दे रही हैं. ऐसे में ओला ड्राइवर परेशान हैं. बीरेश सिकरवार 2016 से दिल्ली में टैक्सी चलाते हैं. कहते हैं कॉर्पोरेट क्लाइंट्स घटते जा रहे हैं, बिज़नेस 60 फीसदी तक घट चुका है. ओला ड्राइवर सरबजीत राठौर को भी इसी संकट से जूझना पड़ रहा है.
ओला ड्राइवर ने बीरेश सिकरवार एनडीटीवी से कहा, कंपनियों ने वर्क फ्रॉम होम पालिसी शुरू की है. 50% कर्मचारी अगर घर बैठ कर काम करेगा तो हमारी गाड़ी मैं बैठने कौन आएगा? पहले हर रोज़ 2200 रुपये औसत कमाते थे, अब कमाई घटकर औसतन 800 के आस-पास पहुंच गयी है.
ओला ड्राइवर सरबजोत राठौर भी एनडीटीवी से कहते हैं, पहले 2200 रुपया से 2400 रुपया तक कमाता था, अब 700-800-900 रुपया तक ही कमा पाता हूं.
साफ़ है, कोरोनावायरस का संकट बड़ा होता जा रहा है और अर्थव्यवस्था भी इसकी चपेट में आती दिख रही है.
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