दिल्लीवासी अब अस्थायी तौर पर राजधानी के पड़ोंसी जिलों में रहने के बारे में सोच रहे हैं. रोहतक, पानीपत, सोनीपत और जीटी रोड पर जो जिले हैं वहां दो से तीन महीने रहने के लिए लोग मोटी रकम देने को तैयार हैं. दिल्ली में कोविड-19 का खौफ इस कदर बढ़ चुका है कि वहां से लोग अस्थायी पलायन करने लगे हैं. खासतौर पर बॉर्डर खुल जाने के बाद लोगों ने इधर का रुख किया है. दिल्ली वाले अब हरियाणा में किराये के मकान और सस्ते होटल तलाश रहे हैं. गुरुग्राम, फरीदाबाद और सोनीपत को छोड़कर ऐसे जिलों में रहने की योजना बनाई है, जहां संक्रमण के मामले कम हैं. होटलों में तीन से चार महीने की एकमुश्त बुकिंग की बात की जा रही है और वे पूरा किराया भी एडवांस में देने को तैयार हैं.
इन सबके बीच प्रशासन भी ऐसे लोगों के कोरोना जांच को लेकर सतर्क हो गया है. कैथल, पानीपत, कुरुक्षेत्र और करनाल की ओर ऐसे लोगों का रुख ज्यादा है. तीन से चार महीने के लिए कमरे बुक करने की पेशकश भी की जा रही है.
गौरतलब है कि देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 47 हजार के पार पहुंच गया है. दिल्ली में बीते 24 घंटे में कोरोनावायरस के 2414 मामले सामने आए जो एक रिकॉर्ड है. इसके साथ ही यहां संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 47,102 पहुंच गया है. बीते 24 घंटों में 510 मरीज ठीक हुए हैं और इसका आंकड़ा 17,457 हो गया है. वहीं, बीते 24 घंटों में 67 लोगों की जान गई है और मौत का आंकड़ा 1904 पहुंच गया है.
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