कांग्रेस का उपहास करते हुए भाजपा ने कहा कि उसने राहुल गांधी को पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं घोषित किया, क्योंकि वह लोकसभा चुनावों में संभावित हार से अवगत है।
भाजपा ने कहा कि राहुल गांधी को कांग्रेस की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने से उनकी नरेंद्र मोदी के साथ तुलना होने लगती और मोदी के खिलाफ कांग्रेस उपाध्यक्ष की ‘कोई संभावना नहीं’ है।
भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि कांग्रेस के फैसले से संकेत मिलता है कि उन्होंने स्वीकार कर लिया है कि मोदी प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने कहा कि कांग्रेस के फैसले से प्रदर्शित होता है कि उन्होंने वास्तविकता को स्वीकार कर लिया है।
उन्होंने कहा, मैं समझता हूं कि यह वास्तविकता को स्वीकार करना है, क्योंकि वे जानते हैं कि वे सरकार नहीं बनाने जा रहे हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री पद के लिए उम्मीदवार घोषित करने की क्या आवश्यकता है। मैं समझता हूं कि कोई भी पार्टी जो इस प्रकार के फैसले लेती है, वास्तविकताओं पर गौर करती है।
राज्यसभा में भाजपा के उपनेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस जानती है कि वह बुरी तरह से हारेगी और वह नहीं चाहेगी कि ऐसी स्थिति में गांधी परिवार का कोई व्यक्ति प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार हो।
प्रसाद ने कहा उन्हें पता है कि कांग्रेस की बड़ी हार होने वाली है। इसी वजह से कांग्रेस नहीं चाहती थी कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया जाए। उन्होंने कहा कि उन्होंने उन्हें प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश नहीं किया, क्योंकि अगर वे ऐसा करते तो उनकी नरेंद्र मोदी के साथ तुलना और विश्लेषण होने लगते।
प्रसाद ने कहा कि सभी सर्वेक्षणों से पता चलता है कि राहुल गांधी उनके सामने नहीं ठहरते। यही कारण है कि कांग्रेस ने उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं बनाकर प्रचार अभियान का प्रमुख बनाया।
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