नई दिल्ली:
झारखंड में नई सरकार बनाने के लिए आपस में हाथ मिलाने के बाद कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा ने पांच राज्यों में मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ने का फ़ैसला किया है।
इस फैसले से शिबू सोरेन के बेटे हेमंत सोरेन की मुख्यमंत्री बनने की ख्वाहिश जल्द ही परवान चढ़ने जा रही है।
शुक्रवार शाम वह झारखंड के कांग्रेस प्रभारी बी हरिप्रसाद से मिलने पहुंचे। चंद मिनटों बाद ही बाहर आकर उन्होंने ऐलान कर दिया कि वह झारखंड में सरकार बनाने का दावा पेश करने जा रहे हैं और रही बात विश्वास मत हासिल करने की तो 'हाथ' का साथ हासिल है।
इसके फौरन बाद कांग्रेस ने भी बाकायदा प्रेस रिलीज जारी कर समथर्न देने की बात की तस्दीक कर दी। पार्टी ने झारखंड के अलावा पांच राज्यों में लोकसभा चुनाव साथ लड़ने का ऐलान भी किया है।
82 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में जादुई आंकड़ा 42 का है। जेएमएम के 18 कांग्रेस के 13 के अलावा छह निर्दलीय विधायक भी साथ हैं। फिर भी जेएमएम की सरकार आरजेडी के पांच विधायकों के बगैर नहीं बन सकती। लेकिन कांग्रेस अभी से लालू के साथ खड़ी दिखकर बिहार में अपना खेल बिगाड़ना नहीं चाहती... इसलिए वह सरकार में साथ रहकर भी आरजेडी से दूरी दिखाना चाहती है।
इस फैसले से शिबू सोरेन के बेटे हेमंत सोरेन की मुख्यमंत्री बनने की ख्वाहिश जल्द ही परवान चढ़ने जा रही है।
शुक्रवार शाम वह झारखंड के कांग्रेस प्रभारी बी हरिप्रसाद से मिलने पहुंचे। चंद मिनटों बाद ही बाहर आकर उन्होंने ऐलान कर दिया कि वह झारखंड में सरकार बनाने का दावा पेश करने जा रहे हैं और रही बात विश्वास मत हासिल करने की तो 'हाथ' का साथ हासिल है।
इसके फौरन बाद कांग्रेस ने भी बाकायदा प्रेस रिलीज जारी कर समथर्न देने की बात की तस्दीक कर दी। पार्टी ने झारखंड के अलावा पांच राज्यों में लोकसभा चुनाव साथ लड़ने का ऐलान भी किया है।
82 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में जादुई आंकड़ा 42 का है। जेएमएम के 18 कांग्रेस के 13 के अलावा छह निर्दलीय विधायक भी साथ हैं। फिर भी जेएमएम की सरकार आरजेडी के पांच विधायकों के बगैर नहीं बन सकती। लेकिन कांग्रेस अभी से लालू के साथ खड़ी दिखकर बिहार में अपना खेल बिगाड़ना नहीं चाहती... इसलिए वह सरकार में साथ रहकर भी आरजेडी से दूरी दिखाना चाहती है।