जम्मू:
जम्मू क्षेत्र के किश्तवाड़ कस्बे में शुक्रवार को ईद-उल-फितर के दिन करीब 500 ग्रामीणों ने आजादी के समर्थन में नारेबाजी की, जिसके कारण दो समुदायों में संघर्ष शुरू हो गया। स्थिति की नजाकत को देखते हुए प्रशासन ने कस्बे में कर्फ्यू लगा दिया है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हुलार, बांदना, पुनू और भाटा गांवों के करीब 500 ग्रामीणों ने किश्तवाड़ कस्बे में एक प्रदर्शन किया और आजादी के समर्थन में नारेबाजी की।
अधिकारी ने कहा, "इसके बाद दो समुदायों के बीच कुलिद चौक पर पत्थरबाजी शुरू हो गई।"
अधिकारी ने बताया कि इसके बाद झड़प की खबर ईदगाह मैदान पर पहुंची, जहां लोग ईद-उल-फितर की नमाज के लिए जुटे थे। इनमें से भी कई ने हिंसा में हिस्सेदारी की।
भीड़ ने चार दुकानों, एक ट्रक और एक स्कूटर को आग लगा दी। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़कर और लाठीचार्ज कर हालात पर काबू पाया तथा भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवा में गोलियां भी चलाईं। कस्बे में सेना को तैनात कर दिया गया है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हुलार, बांदना, पुनू और भाटा गांवों के करीब 500 ग्रामीणों ने किश्तवाड़ कस्बे में एक प्रदर्शन किया और आजादी के समर्थन में नारेबाजी की।
अधिकारी ने कहा, "इसके बाद दो समुदायों के बीच कुलिद चौक पर पत्थरबाजी शुरू हो गई।"
अधिकारी ने बताया कि इसके बाद झड़प की खबर ईदगाह मैदान पर पहुंची, जहां लोग ईद-उल-फितर की नमाज के लिए जुटे थे। इनमें से भी कई ने हिंसा में हिस्सेदारी की।
भीड़ ने चार दुकानों, एक ट्रक और एक स्कूटर को आग लगा दी। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़कर और लाठीचार्ज कर हालात पर काबू पाया तथा भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवा में गोलियां भी चलाईं। कस्बे में सेना को तैनात कर दिया गया है।
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