नई दिल्ली: चीन के पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने एक बार फिर से भारतीय सरहद पर अतिक्रमण की कोशिश की। चीनी सेना आठ मार्च को लद्दाख के करीब पेंन्गोंग झील के पास करीब साढ़े पांच किलोमीटर तक घुस आई।
चार वाहनों में सिरजाप इलाके में घुसे चीनी सैनिक
चार गाड़ियों में 11 पीएलए के जवान सिरजाप इलाके में घुस आए थे। इनमें एक कर्नल, दो मेजर और बाकी जवान थे। जब यह भारतीय सीमा में दाखिल हुए तो वहां गश्त कर रहे आईटीबीपी के जवानों के साथ उनकी लंबी झड़प हुई। चीनी सैनिकों की तुलना में वहां पर आईटीबीपी के जवानों की तदाद काफी ज्यादा 28 थी। करीब दो बजकर बीस मिनट पर शुरू हुई तकरार चार घंटे तक चलने के बाद खत्म हुई। बाद में चीनी सैनिक वापस अपनी जगह पर चले गए। इसी इलाके में अप्रैल और जून 2015 में भी चीन ने घुसपैठ की थी।
सेना के सूत्रों का कहना है कि चूंकि चीन से लगी सरहद पर भारत और चीन का अपना-अपना नजरिया है इसलिए ऐसे हालात पैदा हो जाते हैं। हालांकि हाल के दिनों में दोनों देशों के बीच सरहद पर आपसी विश्वास को बढ़ाने के लिए कई प्रयास हुए लेकिन यह भी सच्चाई है कि सरहद पर ऐसी घटनाएं हो रही हैं जिससे तनाव घटने के बजाय बढ़ जाता है।