चेन्नई:
सरकार ने संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी पर चढ़ाने के पीछे राजनीतिक या चुनावी कारण होने की बात को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह निर्णय न्याय और राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया।
सू़चना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने संवाददाताओं से कहा, मीडिया के एक वर्ग में ऐसा आभास दिया जा रहा है कि यह निर्णय चुनावी कारणों से प्रभावित है। इससे अधिक गलत और कुछ नहीं हो सकता है। आंतरिक सुरक्षा के बारे में सरकार के निर्णय राजनीतिक कारणों से प्रभवित नहीं होते हैं।
संसद पर हमले को कायराना कृत्य करार देते हुए उन्होंने कहा कि निर्धारित न्यायिक प्रक्रिया का पालन किया गया, जहां जांच प्रक्रिया की परिणति अभियोग प्रक्रिया के रूप में हुई और निचले स्तर से उच्चतम न्यायालय तक तीन स्तरों पर न्यायिक जांच परख के बाद दोषी करार दिया गया।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा, इस मामले में कुछ आरोपियों को बरी किया गया, जबकि कुछ दोषी पाए गए। अंतत: यह न्यायपूर्ण था। यह न्याय और राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखने वाला है।
सू़चना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने संवाददाताओं से कहा, मीडिया के एक वर्ग में ऐसा आभास दिया जा रहा है कि यह निर्णय चुनावी कारणों से प्रभावित है। इससे अधिक गलत और कुछ नहीं हो सकता है। आंतरिक सुरक्षा के बारे में सरकार के निर्णय राजनीतिक कारणों से प्रभवित नहीं होते हैं।
संसद पर हमले को कायराना कृत्य करार देते हुए उन्होंने कहा कि निर्धारित न्यायिक प्रक्रिया का पालन किया गया, जहां जांच प्रक्रिया की परिणति अभियोग प्रक्रिया के रूप में हुई और निचले स्तर से उच्चतम न्यायालय तक तीन स्तरों पर न्यायिक जांच परख के बाद दोषी करार दिया गया।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा, इस मामले में कुछ आरोपियों को बरी किया गया, जबकि कुछ दोषी पाए गए। अंतत: यह न्यायपूर्ण था। यह न्याय और राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखने वाला है।
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