शिलांग:
केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा कि वह किसी भी आतंकवादी या अतिवादी समूह से बातचीत करने को तैयार है बशर्ते वो हिंसा का रास्ता त्याग दें। केंद्रीय संयुक्त सचिव (गृह) सत्येंद्र गर्ग ने सोमवार को यह बात कही।
उन्होंने कहा कि केंद्र पूर्वोत्तर में संचालित विभिन्न आतंकवादी संगठनों द्वारा बाल सैनिकों की भर्ती किए जाने के मुद्दे पर चिंतित है।
गर्ग ने गृह राज्य मंत्री रोशन वारजरी से शिलांग में मुलाकात करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा, 'केंद्र सरकार ने बेहद स्पष्ट नीति बनाई है। पूर्व शर्त है कि आतंकवादी हथियार डालें और हिंसा त्यागें।'
उन्होंने माना कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में आतंकवादी फल-फूल रहे हैं, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय सीमा से तस्करी के जरिए लाए जाने वाले हथियारों तक उनकी आसानी से पहुंच है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
उन्होंने कहा कि केंद्र पूर्वोत्तर में संचालित विभिन्न आतंकवादी संगठनों द्वारा बाल सैनिकों की भर्ती किए जाने के मुद्दे पर चिंतित है।
गर्ग ने गृह राज्य मंत्री रोशन वारजरी से शिलांग में मुलाकात करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा, 'केंद्र सरकार ने बेहद स्पष्ट नीति बनाई है। पूर्व शर्त है कि आतंकवादी हथियार डालें और हिंसा त्यागें।'
उन्होंने माना कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में आतंकवादी फल-फूल रहे हैं, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय सीमा से तस्करी के जरिए लाए जाने वाले हथियारों तक उनकी आसानी से पहुंच है।
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