हार्दिक पटेल की फाइल फोटो
नई दिल्ली:
शराब के कथित ठिकाने का भंडाफोड़ करने के लिए छापा मारने पर अपने विरुद्ध मामला दर्ज होने के बाद गुजरात के विधायक अल्पेश ठाकोर व जिग्नेश मेवाणी और पाटीदार अरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल मद्यतस्करों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए आज धरने पर बैठ गये. तीनों ने कथित शराब अड्डे का भंडाफोड़ करने के लिए गुरुवार को गांधीनगर के आदिवडा इलाके में कंचनबेन मकवाना के घर पर छापेमारी करने का दावा किया. उनके अनुसार इससे पहले वे उन चार व्यक्तियों से मिले थे जो अहमदाबाद में कथित रुप से जहरीली शराब पीने के बाद अस्पताल में भर्ती कराये गये थे. उसके बाद मकवाना ने उनके विरुद्ध अनधिकृत तरीके से प्रवेश का मामला दर्ज कराया.
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ठाकोर, मेवानी और हार्दिक ने पिछले गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा को टक्कर दी थी. तीनों नेता आज आत्मसमर्पण करने के लिए पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र यादव के कार्यालय गये. पुलिस ने उन्हें तत्काल गिरफ्तार करने से इनकार कर दिया और कहा कि मामले की सघन जांच की जाएगी. तीनों ने भाजपा सरकार पर मद्यतस्करों को बचाने का आरोप लगाया. पुलिस अधीक्षक से भेंट करने के बाद वे और उनके साथी धरने पर बैठ गये. उन्होंने उस कथित मद्यतस्कर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जिसके घर पर उन्होंने छापा मारा था.(इनपुट भाषा से)
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