कार्टूनिस्ट जी बाला जमानत पर रिहा.
तिरुनेलवेली (तमिलनाडु):
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी का कथित विवादित कार्टून बनाने के आरोप में गिरफ्तार स्वतंत्र कार्टूनिस्ट को यहां की एक अदालत ने जमानत पर रिहा कर दिया. जी बाला उर्फ बालकृष्णन (36) को आज न्यायिक मजिस्ट्रेट एम रामदास की अदालत में पेश किया गया जहां उन्हें जमानत दे दी गयी. बाला को चेन्नई में गिरफ्तार कर लिया गया था. तिरुनेलवेली के जिलाधिकारी संदीप नंदूरी की शिकायत पर बाला को गिरफ्तार किया गया.
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कार्टून में शहर के पुलिस प्रमुख और कलेक्टर का चित्रण भी किया गया था. एक साहूकार द्वारा कथित रूप से परेशान किये जाने के कारण एक व्यक्ति ने पत्नी और अपने दो बच्चों के साथ तिरुनेलवेली कलेक्ट्रेट परिसर में आत्मदाह कर लिया था. इसके बाद बनाए गए उस कार्टून को वेबसाइट पर अपलोड किया गया था. अदालत में पेश किए जाने के पहले अदालत परिसर में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए बाला ने कहा कि उन्होंने कोई हत्या नहीं की है.
VIDEO: तमिलनाडु में मुख्यमंत्री का विवादित कार्टून बनाने को लेकर कार्टूनिस्ट गिरफ्तार
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे अफसोस जताने की कोई जरूरत नहीं है. मैं कार्टून बनाता रहूंगा, सरकार की नाकामियों और गलतियों की आलोचना करता रहूंगा.’’ बाला को जब अदालत लाया गया, उस समय पुलिस और मीडियाकर्मियों के एक तबके के बीच धक्कामुक्की भी हुयी. वहां मौजूद कुछ पत्रकारों ने बाला की गिरफ्तारी का विरोध किया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की.
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कार्टून में शहर के पुलिस प्रमुख और कलेक्टर का चित्रण भी किया गया था. एक साहूकार द्वारा कथित रूप से परेशान किये जाने के कारण एक व्यक्ति ने पत्नी और अपने दो बच्चों के साथ तिरुनेलवेली कलेक्ट्रेट परिसर में आत्मदाह कर लिया था. इसके बाद बनाए गए उस कार्टून को वेबसाइट पर अपलोड किया गया था. अदालत में पेश किए जाने के पहले अदालत परिसर में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए बाला ने कहा कि उन्होंने कोई हत्या नहीं की है.
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उन्होंने कहा, ‘‘मुझे अफसोस जताने की कोई जरूरत नहीं है. मैं कार्टून बनाता रहूंगा, सरकार की नाकामियों और गलतियों की आलोचना करता रहूंगा.’’ बाला को जब अदालत लाया गया, उस समय पुलिस और मीडियाकर्मियों के एक तबके के बीच धक्कामुक्की भी हुयी. वहां मौजूद कुछ पत्रकारों ने बाला की गिरफ्तारी का विरोध किया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की.
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