नई दिल्ली:
अटार्नी जनरल ने समझा जाता है कि विचार व्यक्त किया है कि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) का मसौदा रिपोर्ट मीडिया में प्रकाशित करना विशेषाधिकार हनन का मामला नहीं है।
सरकार को दिये गए ताजा सुझाव में अटार्नी जनरल (एजी) ने समझा जाता है कि कहा कि मीडिया में कैग की मसौदा रिपोर्ट प्रकाशित किया जाना विशेषाधिकार हनन का मामला नहीं है।
शीर्ष विधि अधिकारी की ओर से सरकार को यह सुझाव ऐसे समय पर दिया गया है जब पिछले महीने ही कोयला ब्लाक पर कैग के मसौदा रिपोर्ट का प्रकाशन किया गया है।
कैग विनोद राय ने कोयला ब्लाक आवंटन पर मसौदा रिपोर्ट प्रकाशित किये जाने पर नाराजगी व्यक्त की थी और लीक के स्रोत का पता लगाने के लिए प्रधानमंत्री के हस्तक्षेप की मांग की थी।
सरकार को दिये गए ताजा सुझाव में अटार्नी जनरल (एजी) ने समझा जाता है कि कहा कि मीडिया में कैग की मसौदा रिपोर्ट प्रकाशित किया जाना विशेषाधिकार हनन का मामला नहीं है।
शीर्ष विधि अधिकारी की ओर से सरकार को यह सुझाव ऐसे समय पर दिया गया है जब पिछले महीने ही कोयला ब्लाक पर कैग के मसौदा रिपोर्ट का प्रकाशन किया गया है।
कैग विनोद राय ने कोयला ब्लाक आवंटन पर मसौदा रिपोर्ट प्रकाशित किये जाने पर नाराजगी व्यक्त की थी और लीक के स्रोत का पता लगाने के लिए प्रधानमंत्री के हस्तक्षेप की मांग की थी।
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