उत्तरी दिल्ली के एक व्यस्त इलाके में करीब 50 साल पुरानी एक जर्जर चार मंजिला इमारत के आज ढह जाने के कारण पांच बच्चों और तीन महिलाओं सहित 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि मलबे से निकाले गए दो लोगों को अस्पताल में इलाज चल रहा है।
पुलिस उपायुक्त (उत्तर) मधुर वर्मा ने कहा, 'इमारत गिरने के कारण पांच बच्चों और तीन महिलओं सहित 10 लोगों की मौत हो गयी जबकि दो अन्य घायल हुए हैं। बचाव अभियान अब भी जारी है और मलबा हटाया जा रहा है।'
उत्तरी दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) के पीआरओ योगेंद्र सिंह मान ने कहा कि एक सहायक जूनियर इंजीनियर और एक जूनियर इंजीनियर को निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इंद्रलोक इलाके में हुयी इस घटना की जांच का आदेश दिया गया है। उन्होंने कहा कि आयुक्त ने अतिरिक्त आयुक्त :इंजीनियिरंग: के तहत घटना की जांच का आदेश दिया है और इस संबंध में दोषी अधिकारियों को नहीं बख्शा जाएगा।
एनडीएमसी अधिकारियों को संदेह है कि इस हादसे की वजह बगल की एक इमारत में निर्माण कार्य हो सकती है। मान ने कहा कि पड़ोस के प्लॉट पर निर्माण कार्य रोकने के लिए पहले ही नोटिस दिया गया था, लेकिन खुदाई जारी रही। उन्होंने आदेश का उल्लंघन किया और दोषी पाए जाने पर संबंधित पक्ष के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
अग्निशमन अधिकारियों के अनुसार, उन्हें सुबह लगभग नौ बजे इंद्रलोक के तुलसी नगर में इमारत ढहने के बारे में सूचना मिली। इसके बाद चार दमकल गाड़ियों को राहत कार्यों के लिए घटनास्थल की ओर रवाना किया गया।
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