नई दिल्ली:
शनिवार देर रात करीब 2 बजे दिल्ली के पॉश इलाके ग्रेटर कैलाश पार्ट वन में बीआरटी कॉरीडोर की रेड लाइट पर गोलियां चलीं। गैंगवॉर में बाइक पर सवार राजू नाम के एक अपराधी की हत्या कर दी गयी। स्कार्पियों पर सवार छह लड़कों ने 12 गोलियां चलाई जिनमें से सात गोलियां राजू को लगीं और उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। हत्या की तफ़्तीश कर रही पुलिस के मुताबिक तिगड़ी इलाके का रहने वाला राजू नशीले पदार्थों के धंधे, हत्या की कोशिश और चोरी के मामलों में शामिल रहा है।
हत्या के बाद भाग भाग रहे अपराधियों की धर पकड़ किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं। दरअसल बीआरटी रेड लाइट से थाने की दूरी 100 मीटर से भी कम है। ऐसे में नाइट पेट्रोलिंग कर रहे थाने के एसएचओ और दूसरे पुलिसकर्मियों ने गोली की आवाज साफ साफ सुनी। पुलिस टीम ने फौरन पीछा शुरू कर दिया। तेज़ रफ़्तार स्कॉर्पियो उनके आगे थी। अपराधियों की बदकिस्मती ये रही कि वो ऐसे रास्ते में दाखिल हो गये जो रास्ता आगे जाकर बंद हो जाता है।
शराब के नशे में कार चला रहे बदमाश ग्रेटर कैलाश के B ब्लॉक से होते हुए आगे जाकर एक दीवार से टकरा गये। टक्कर इतनी जोरदार थी कि पूरी दीवार भरभराकर कार के अगले हिस्से पर गिर गयी जिससे कुछ बदमाश घायल होकर कार में पड़े रहे। पीछे लगी पुलिस ने उन्हें कार से निकालकर गिरफ्तार कर लिया। कुछ बदमाश कार से उतरकर आगे नाले में कूद गये जबकि एक बदमाश करीब 15 फीट ऊंचे लोहे के गेट पर चढ़ गया लेकिन गेट के ऊपर लगी नुकीली ग्रिल उसके पैर में घुस गयी और घायल हालत में वी नीचे आ गिरा। पुलिस ने उसे भी दबोच लिया। इधर नाले के पास छुपा एक बदमाश और इस केस का मुख्य आरोपी दीपक पंडित सुबह करीब 6 बजे चुपके से निकला और ऑटो कर भागने की फिराक में था लेकिन स्थानीय लोगों की मदद से उसे भी पकड़ लिया गया।
इस तरह राजू की हत्या के लिए ज़िम्मेदार दीपक पंडित और उसके चार गुर्गे पुलिस के हत्थे चढ़ गये। आरोपियों की दलील है कि ये दोनों गिरोहों के वर्चस्व की लड़ाई है। पुलिस के मुताबिक हाल ही में तिहाड़ जेल में हुई दो हत्याओं के पीछे राजू का हाथ रहा है और ये दोनों लोग दीपक पंडित गैंग के थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से 4 पिस्टल और 22 कारतूस बरामद किए हैं। हत्या में शामिल स्कार्पियो का ड्राइवर और शूटर अनूप फरार है।
हत्या के बाद भाग भाग रहे अपराधियों की धर पकड़ किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं। दरअसल बीआरटी रेड लाइट से थाने की दूरी 100 मीटर से भी कम है। ऐसे में नाइट पेट्रोलिंग कर रहे थाने के एसएचओ और दूसरे पुलिसकर्मियों ने गोली की आवाज साफ साफ सुनी। पुलिस टीम ने फौरन पीछा शुरू कर दिया। तेज़ रफ़्तार स्कॉर्पियो उनके आगे थी। अपराधियों की बदकिस्मती ये रही कि वो ऐसे रास्ते में दाखिल हो गये जो रास्ता आगे जाकर बंद हो जाता है।
शराब के नशे में कार चला रहे बदमाश ग्रेटर कैलाश के B ब्लॉक से होते हुए आगे जाकर एक दीवार से टकरा गये। टक्कर इतनी जोरदार थी कि पूरी दीवार भरभराकर कार के अगले हिस्से पर गिर गयी जिससे कुछ बदमाश घायल होकर कार में पड़े रहे। पीछे लगी पुलिस ने उन्हें कार से निकालकर गिरफ्तार कर लिया। कुछ बदमाश कार से उतरकर आगे नाले में कूद गये जबकि एक बदमाश करीब 15 फीट ऊंचे लोहे के गेट पर चढ़ गया लेकिन गेट के ऊपर लगी नुकीली ग्रिल उसके पैर में घुस गयी और घायल हालत में वी नीचे आ गिरा। पुलिस ने उसे भी दबोच लिया। इधर नाले के पास छुपा एक बदमाश और इस केस का मुख्य आरोपी दीपक पंडित सुबह करीब 6 बजे चुपके से निकला और ऑटो कर भागने की फिराक में था लेकिन स्थानीय लोगों की मदद से उसे भी पकड़ लिया गया।
इस तरह राजू की हत्या के लिए ज़िम्मेदार दीपक पंडित और उसके चार गुर्गे पुलिस के हत्थे चढ़ गये। आरोपियों की दलील है कि ये दोनों गिरोहों के वर्चस्व की लड़ाई है। पुलिस के मुताबिक हाल ही में तिहाड़ जेल में हुई दो हत्याओं के पीछे राजू का हाथ रहा है और ये दोनों लोग दीपक पंडित गैंग के थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से 4 पिस्टल और 22 कारतूस बरामद किए हैं। हत्या में शामिल स्कार्पियो का ड्राइवर और शूटर अनूप फरार है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
दिल्ली पुलिस, दिल्ली, ग्रेटर कैलाश, हत्या, गैंगवार, बिल्डर, Delhi Police, Delhi, Greater Kailash, Murder, Gangwar, Builder Murder