बजट सत्र शुक्रवार से शुरू हो रहा है. इसी को लेकर कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने बताया कि 16 राजनीतिक दलों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण के बायकॉट का फैसला किया है. इसे लेकर आजाद ने कहा कि हम सभी मिलकर 16 राजनीतिक दल राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार कर रहे हैं, जो कल दिया जाएगा. इसका मुख्य कारण तीनों कृषि कानूनों को विपक्ष के साथ बिना बहस के पारित करना है.
इसे लेकर एक ज्वाइंट स्टेटमेंट भी जारी किया गया. इसमें कहा गया है कि भारत के किसान तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं, जिन्होंने कृषि के लिए एक खतरा पैदा कर दिया है, जबकि कृषि पर भारत की 60 प्रतिशत जनसंख्या निर्भर है. सर्दी, बारिश और कोहरे के बीच 64 दिनों से दिल्ली के बॉर्डर पर किसान बैठे हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं. 155 किसानों ने अपनी जान गंवाई है. वहीं केंद्र सरकार इसका जवाब आंसू गैस के गोले, वाटरकैनन और लाठीचार्ज से दे रही है. हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं.
राष्ट्रपति के अभिभाषण का बायकॉट कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, JKNC, SP, RJD, CPI (M), CPI, शिवसेना, अकाली दल, राष्ट्रवादी कांग्रेस, IUML, केरल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी समेत कुल 16 पार्टियों ने बायकॉट किया. इस लिस्ट में बीएसपी शामिल नहीं है.
बता दें कि सरकार 1 फरवरी को आम बजट पेश करेगी. इससे पहले ही कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने भी मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था को कैसे बर्बाद करना है, ये कोई मोदी सरकार से सीखे.
ये VIDEO भी देखें -जो लाल किला गए, उनपर कार्रवाई हो : किसान नेता
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं