पाकिस्तान से लगे राजस्थान की सीमावर्ती जिले में नीलोफर चक्रवात से बचने और घुसपैठ की संभावनाओं को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल और पुलिस प्रशासन को हाई अलर्ट कर दिया गया है। आपदा प्रबंधन एवं सहायता विभाग जयपुर और मौसम विभाग के अनुसार आगामी 31 अक्टूबर से 1 नवंबर के दौरान बाड़मेर और जालौर जिले की ओर बढ़ रहे समुद्री तूफान नीलोफर का असर जैसलमेर जिले पर भी पड़ेगा।
जिला कलेक्टर एनएल मीना ने बताया कि इस संबंध मे जिले के निवासियों को सजगता और सतर्कता बरतने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि इस अवधि के दौरान यह तूफान प्रभावित क्षेत्रों में 20-30 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवा चलने और 10 से 20 मिलीमीटर बारिश होने की भी संभावना बनी रहेगी।
उन्होंने जैसलमेर, फतेहगढ़, पोखरण और भणियाणा के उपखंड अधिकारियों और तहसीलदारों के साथ ही जैसलमेर, सम, सांकड़ा के पंचायत समिति के विकास अधिकारियों को भी पत्र लिख कर निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में नीलोफर समुद्री तूफान के राजस्थान की सीमा पर पहुंचते ही बचाव के पुख्ता प्रबंध करें और झोपडियों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की कार्रवाई करें।
इसके अलावा उन्होंने तूफान के समय लोगों को घरों के भीतर ही रहने की सलाह दी है। तूफान को देखते हुए जिला प्रशासन ने मोबाइल कंपनियो को भी इस संबंध मे सावधानी बरतने का आग्रह किया है।
जिला कलेक्टर ने समुद्री तूफान के आने के समय किसी प्रकार का अफवाह नहीं फैले और किसी तरह का कोई भय व्याप्त न हो इसके लिए जिले के सभी निवासियों को आवश्यक रूप से वस्तुस्थिति से अवगत करवाने को कहा है। इसके लिए उन्होंने समय-समय पर आम जनता को तूफान की स्थिति से अवगत करवाने के लिए भी कहा है।
जैसलमेर पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने बताया कि पुलिस की ओर से भी नीलोफर चक्रवात से बचने के प्रबंधन किए जा रहे हैं। पुलिस के तैराकों को अलर्ट कर दिया है और किसी भी आपदा से निपटने के लिए पुलिस बल को सतर्क कर दिया गया है। बताया गया है कि यहां आते आते चक्रवात कमजोर पड़ जाएगा, लेकिन पुलिस ने आपदा से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं।
तूफान के देश की पश्चिमी सीमा पर पहुंचने की संभावना के मुद्देनजर राजस्थान-गुजरात से लगती पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर संभावित किसी भी नुकसान से बचने के लिए एहतियात के तौर पर सीमा सुरक्षा बल को हाई अलर्ट पर रहने के आदेश दिए गए हैं।
रेतीले इलाकों और पानी वाले इलाकों में डेजर्ट सैंड स्टॉम और भारी वर्षा के दौरान सीमा पार से संभावित किसी प्रकार की घुसपैठ की आशंका के मद्देनजर कड़ी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। अरब सागर के क्रीक इलाके में तैनात वाटरविंग को भी सतर्क रहते हुए कड़ी निगरानी रखने के दिशा-निर्देश दिए गए हैं। सीमा सुरक्षा बल राजस्थान फ्रंटियर के उप महा निरीक्षक रवि गांधी ने बताया कि अरब सागर में केंद्रित नीलोफोर चक्रवात तूफान के राजस्थान-गुजरात के क्षेत्रों में आने की संभावना के मद्देनजर राजस्थान से लगती सीमा पर बीएसएफ को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
जवानों को तूफान, तेज हवा आदि से बचाव के निए चश्मे पहनने की सलाह दी गई है और खुद का ध्यान रखने को कहा गया है।
उन्होंने बताया कि सीमा सुरक्षा बल के जवानों को निर्देश दिए गए हैं कि आंधी तूफान या वर्षा के मौसम का सीमा पार के घुसपैठिये लाभ उठा सकते हैं, ऐसे में सीमा पर कड़ी निगाह रखने के साथ-साथ अत्यधिक सर्तकता बरती जाए।
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