जम्मू:
सियाचिन ग्लेशियर में हिमस्खलन में जिंदा दफन हुए 9 सैनिकों के शव बरामद कर लिए गए हैं, इनमें एक जूनियर कमीशन अधिकारी भी शामिल हैं। सेना ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
जम्मू एवं कश्मीर के लद्दाख क्षेत्र में 20,500 फीट की ऊंचाई पर सियाचिन ग्लेशियर के दक्षिणी हिस्से में 3 फरवरी को हुए हिमस्खलन में 10 सैन्यकर्मी बर्फ में जिंदा दफन हो गए थे।
सेना के उत्तरी कमांड, जिसका मुख्यालय ऊधमपुर है, के प्रवक्ता कर्नल एस.डी. गोस्वामी ने बताया, 'सियाचिन में लापता जवानों की तलाश पूरी हो गई है। इसका श्रेय बचाव दल के दृढ़ संकल्प को जाता है, जिन्होंने बेहद चरम स्थितियों में भी लांस नायक हनुमानथप्पा कोप्पड़ को बर्फ के 30 फीट अंदर से जिंदा निकालने में सफलता प्राप्त की।'
कर्नल गोस्वामी ने कहा, 'लांस नायक हनुमानथप्पा कोप्पड़ ने बर्फ के नीचे 6 दिनों तक दबे रहने के बाद भी जिंदा बचकर अपनी अलौकिक क्षमता का प्रदर्शन किया है। उसे वायु मार्ग से दिल्ली स्थित रिसर्च एंड रेफरेल अस्पताल ले जाया गया है।' उन्होंने आगे कहा, 'गहरे अफसोस के साथ हम बाकी के 9 शहीदों के शव मिलने की पुष्टि करते हैं, जिनमें एक जेसीओ भी शामिल है। कानूनी औपचारिकताओं के बाद इन सभी के पार्थिव शरीर को जल्द से जल्द उनके गृहनगर ले जाया जाएगा।'
सेना ने 5 फरवरी को उन 10 सैनिकों के नामों की सूची जारी की जो बुधवार को सियाचिन ग्लेशियर में आए हिमस्खलन की वजह से मारे गए थे। जिन सैनिकों की मौत हुई है, उनके नाम हैं : सूबेदार नागेश टीटी (तेजूर, जिला हासन, कर्नाटक), हवलदार इलम अलाई एम. (दुक्कम पाराई, जिला वेल्लोर, तमिलनाडु), लांस हवलदार एस. कुमार (कुमानन थोजू, जिला तेनी, तमिलनाडु), लांस नायक सुधीश बी(मोनोरोएथुरुत जिला कोल्लम, केरल), सिपाही महेश पीएन (एचडी कोटे, जिला मैसूर, कर्नाटक), सिपाही गणेशन जी (चोक्काथेवन पट्टी, जिला मदुरै, तमिलनाडु), सिपाही राम मूर्ति एन (गुडिसा टाना पल्ली, जिला कृष्णागिरी, तमिलनाडु), सिपाही मुश्ताक अहमद एस (पारनापल्लै, जिला कुर्नूल, आंध्र प्रदेश) और सिपाही नर्सिग असिस्टेंट सूर्यवंशी एसवी (मस्कारवाडी, जिला सतारा, महाराष्ट्र)। वहीं, लांस नायक हनुमानथप्पा कोप्पड़, (बेटाडुर, जिला धारवाड़, कर्नाटक) की हालत गंभीर बनी हुई है।
जम्मू एवं कश्मीर के लद्दाख क्षेत्र में 20,500 फीट की ऊंचाई पर सियाचिन ग्लेशियर के दक्षिणी हिस्से में 3 फरवरी को हुए हिमस्खलन में 10 सैन्यकर्मी बर्फ में जिंदा दफन हो गए थे।
सेना के उत्तरी कमांड, जिसका मुख्यालय ऊधमपुर है, के प्रवक्ता कर्नल एस.डी. गोस्वामी ने बताया, 'सियाचिन में लापता जवानों की तलाश पूरी हो गई है। इसका श्रेय बचाव दल के दृढ़ संकल्प को जाता है, जिन्होंने बेहद चरम स्थितियों में भी लांस नायक हनुमानथप्पा कोप्पड़ को बर्फ के 30 फीट अंदर से जिंदा निकालने में सफलता प्राप्त की।'
कर्नल गोस्वामी ने कहा, 'लांस नायक हनुमानथप्पा कोप्पड़ ने बर्फ के नीचे 6 दिनों तक दबे रहने के बाद भी जिंदा बचकर अपनी अलौकिक क्षमता का प्रदर्शन किया है। उसे वायु मार्ग से दिल्ली स्थित रिसर्च एंड रेफरेल अस्पताल ले जाया गया है।' उन्होंने आगे कहा, 'गहरे अफसोस के साथ हम बाकी के 9 शहीदों के शव मिलने की पुष्टि करते हैं, जिनमें एक जेसीओ भी शामिल है। कानूनी औपचारिकताओं के बाद इन सभी के पार्थिव शरीर को जल्द से जल्द उनके गृहनगर ले जाया जाएगा।'
सेना ने 5 फरवरी को उन 10 सैनिकों के नामों की सूची जारी की जो बुधवार को सियाचिन ग्लेशियर में आए हिमस्खलन की वजह से मारे गए थे। जिन सैनिकों की मौत हुई है, उनके नाम हैं : सूबेदार नागेश टीटी (तेजूर, जिला हासन, कर्नाटक), हवलदार इलम अलाई एम. (दुक्कम पाराई, जिला वेल्लोर, तमिलनाडु), लांस हवलदार एस. कुमार (कुमानन थोजू, जिला तेनी, तमिलनाडु), लांस नायक सुधीश बी(मोनोरोएथुरुत जिला कोल्लम, केरल), सिपाही महेश पीएन (एचडी कोटे, जिला मैसूर, कर्नाटक), सिपाही गणेशन जी (चोक्काथेवन पट्टी, जिला मदुरै, तमिलनाडु), सिपाही राम मूर्ति एन (गुडिसा टाना पल्ली, जिला कृष्णागिरी, तमिलनाडु), सिपाही मुश्ताक अहमद एस (पारनापल्लै, जिला कुर्नूल, आंध्र प्रदेश) और सिपाही नर्सिग असिस्टेंट सूर्यवंशी एसवी (मस्कारवाडी, जिला सतारा, महाराष्ट्र)। वहीं, लांस नायक हनुमानथप्पा कोप्पड़, (बेटाडुर, जिला धारवाड़, कर्नाटक) की हालत गंभीर बनी हुई है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
सियाचिन, सियाचिन में हिमस्खलन, सियाचिन ग्लेशियर, हनुमानथप्पा कोप्पड़, Siachen, Siachen Avalanche, Hanamanthappa Koppad