रेमडेसिविर की कालाबाजारी का भंडाफोड़, 25 से 40 हजार रुपये तक में बेचा एक इंजेक्शन

दिल्ली पुलिस बरामद Remdesivir इंजेक्शन को कोर्ट के जरिये ड्रग कंट्रोलर को देना चाह रही है, ताकि इन इंजेक्शन की तकनीकी जांच हो कि ये इंजेक्शन क्या अब भी किसी कोविड मरीज के लिए कारगर है या नहीं हैं.

रेमडेसिविर की कालाबाजारी का भंडाफोड़, 25 से 40 हजार रुपये तक में बेचा एक इंजेक्शन

नई दिल्ली:

कोरोना के गंभीर मरीजों की जान से खिलवाड़ कर कई गुना ऊंचे दामों पर रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने वाले गिरोह का दिल्ली पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने दो अंतरराज्यीय गैंग का पर्दाफाश किया है और चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उनके पास से रेमडेसिविर के 13 इंजेक्शन बरामद हुए हैं. पुलिस ने अमृतसर के रहने वाले तलविंदर सिंह और दिल्ली के रहने वाले जितेन्द्र कुमार को गिरफ्तार किया है.इनके कब्जे से रेमडेसिविर के इंजेक्शन मिले हैं. इस तरह ही एक दूसरी जगह छापेमारी में  GTB नगर में इस इंजेक्शन की कालाबाजारी की सूचना के बाद और इंजेक्शन बरामद किए गए.

इस छापेमारी में शोएब और मोहन गिरफ्तार किए गए हैं. दोनों जगहों से कुल 13 इंजेक्शन बरामद हुए हैं.यह इंजेक्शन ब्लैक में 25 से 40 हजार रुपये में बेचे जा रहे थे. पंजाब में अभी भी इस मामले में छापेमारी हो रही है.  दिल्ली पुलिस के मुताबिक, पकड़े गए चारों आरोपी अब तक 500 इंजेक्शन गैर कानूनी तरीके से बेच चुके थे. इसमे करीब 250 इंजेक्शन 15 से 20 हजार रुपये में बेचे गए.

बाकी 250 इंजेक्शन 5 से 7 हज़ार रुपये में बेचे गए. दिल्ली पुलिस का कहना है कि कोरोना के हाल में बिगड़ते हालत के ठीक पहले ही दोनों अलग-अलग रैकेट से जुड़े आरोपियों ने इंजेक्शन की जमाखोरी शुरू कर दी थी. पकड़े गए आरोपी मेडिकल लाइन से जुड़े हैं. मेडिकल साजोसामान की सप्लाई का काम भी करते हैं. पंजाब से 71 इंजेक्शन बरामद हुए हैं. जबकि दिल्ली से 10 इंजेक्शन मिले हैं. व्हाट्सएप के जरिये यह रैकेट इंजेक्शन दिलाने का दावा कर करीब 500 लोगो को यह इंजेक्शन मुहैया करवा चुका है.

दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने भी कस्टमर बनकर इस गैंग का भंडाफोड़ किया. एक आरोपी मास्क सेनेटाइजर बेचने का काम करता था, अस्पताल में सप्लायर था.दूसरा दवाओं की ट्रेडिंग से जुड़ा एजेंट है. दिल्ली पुलिस बरामद इंजेक्शन को कोर्ट के जरिये ड्रग कंट्रोलर को देना चाह रही है, ताकि इन इंजेक्शन की तकनीकी जांच हो कि ये इंजेक्शन क्या अब भी किसी कोविड मरीज के लिए कारगर है या नहीं हैं.

वहीं  दक्षिणी पश्चिमी दिल्ली के सागरपुर इलाके के दशरथपुरी में एक घर से ऑक्सीज़न के 67 बड़े और 16 छोटे सिलेंडर बरामद किए गए हैं. दिल्ली पुलिस ने छापा मारकर इनकी बरामदगी की.  घर का मालिक 51 साल का अनिल कुमार इंडस्ट्रियल ऑक्सीज़न के कारोबार में है.हालांकि उसके पास इसका कोई लाइसेंस नहीं है.

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अनिल बड़े सिलेंडर से ऑक्सीज़न छोटे सिलेंडर में भरता है और जरूरतमंद को 12500 रुपये में बेच रहा था.अनिल का मायापुरी में एक गोदाम भी है. पुलिस ने ने कोर्ट ने जब्त सिलेंडरों को जरूरतमंदों को बांटने की अनुमति मांगी थी जो कोर्ट ने दे दी है.ये सिलेंडर कल जरूरतमंदों को पुलिस देगी.आरोपी अनिल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.