बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने महात्मा गांधी के हत्यारे गोडसे को देशभक्त बताने वाले अपने बयान पर लोकसभा में सफाई दी और कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया. प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि मेरे बयान को गलत ढंग से प्रस्तुत किया गया. मैं महात्मा गांधी का सम्मान करती हूं. वहीं, उन्होंने राहुल गांधी पर भी निशाना साधा और कहा कि मुझे अदालत ने दोषी करार नहीं दिया है, लेकिन मुझे खुलेआम आतंकवादी कहा गया. यह कानूनन अपराध है और एक महिला के नाते मेरी गरिमा का अपमान है. प्रज्ञा ठाकुर की सफाई के दौरान लोकसभा में काफी हंगामा भी हुआ. कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों के सांसदों ने प्रज्ञा ठाकुर के बयान की आलोचना करते हुए नारेबाजी की. 'महात्मा गांधी अमर रहें' जैसे नारे लगाए.
Lok Sabha Speaker Om Birla: This House doesn't permit to glorify the matter of assassination of Mahatma Gandhi whether in this House or outside. Yesterday the Defence Minister gave the clarification on behalf of the government. The MP (Pragya Singh Thakur) has apologised too. https://t.co/v1k0A138Rf
— ANI (@ANI) November 29, 2019
विपक्ष के हंगामे के बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि महात्मा गांधी के हत्यारे का महिमामंडन स्वीकार नहीं है और इसे सदन के रिकॉर्ड में भी नहीं लिया गया है. सदन के सदस्यों की मांग पर प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने अपने बयान के लिए माफी भी मांग ली है. दूसरी तरफ, भाजपा नेताओं ने राहुल गांधी द्वारा प्रज्ञा ठाकुर को आतंकी कहने का मुद्दा भी उठाया और इस मामले पर माफी की मांग की. हालांकि इस दौरान भी नारेबाजी जारी रही है. विपक्ष 'गोडसे डाउन-डाउन' के नारे लगाता रहा.
क्या है पूरा मामला?
प्रज्ञा ठाकुर (Pragya Thakur) ने बुधवार को तब एक टिप्पणी कर विवाद खड़ा कर दिया था जब द्रमुक सदस्य ए राजा अदालत के समक्ष नाथूराम गोडसे द्वारा दिये गए उस बयान को उद्धृत कर रहे थे कि उसने महात्मा गांधी को क्यों मारा. ठाकुर की टिप्पणी को लेकर विपक्षी सदस्यों द्वारा विरोध जताए जाने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि एसपीजी (संशोधन) विधेयक पर चर्चा के दौरान सिर्फ द्रमुक नेता का बयान ही रिकॉर्ड में जाएगा. लोकसभा सचिवालय ने बाद में एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि ठाकुर की टिप्पणी 'दर्ज नहीं की गई है.
BJP MP Pragya Singh Thakur in Lok Sabha: Mein sadan mein mere dwara ki gayi kisi bhi tipani se kisi bhi prakar se kisi koi thess pahunchi ho toh uske liye mein khed prakat kar kshama chahti hun pic.twitter.com/tgjMbzhSvW
— ANI (@ANI) November 29, 2019
रक्षा मामलों की समिति से हटाया गया
विवाद बढ़ने पर प्रज्ञा ठाकुर ने अपने बयान पर सफाई दी. प्रज्ञा ठाकुर ने ट्वीट करते हुए कहा कि यह झूठ है, मैंने केवल ऊधम सिंह का अपमान नहीं सहा. उन्होंने लिखा है, 'कभी-कभी झूठ का बवंडर इतना गहरा होता है कि दिन में भी रात लगने लगती है लेकिन सूर्य अपना प्रकाश नहीं खोता. पलभर के बवंडर में लोग भ्रमित न हों सूर्य का प्रकाश स्थाई है. सत्य यही है कि कल मैंने ऊधम सिंह जी का अपमान नहीं सहा बस.' बता दें, प्रज्ञा ठाकुर की इस टिप्पणी पर भाजपा ने भी कार्रवाई की है. केंद्र सरकार ने उनका नाम रक्षा मामलों की समिति से हटा दिया है.
VIDEO: नाथूराम को देशभक्त कहना तो दूर, देशभक्त मानने की सोच भी निंदापूर्ण: राजनाथ सिंह
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं