समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन (Jaya Bachchan) ने कहा है कि उनकी पार्टी के कुछ सहयोगियों के खिलाफ आयकर की छापेमारी का संबंध सत्तारूढ़ बीजेपी की अगले वर्ष यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर 'घबराहट' से है. सरकार के इस दावे कि केंद्रीय एजेंसियों स्वतंत्र रूप से काम करती हैं, को झुठलाते हुए जया ने कहा, 'हम इस पर कैसे विश्वास करें, क्या हम अशिक्षित, अनपढ़ हैं.' इन्होंने तंज के भाव में कहा कि छापेमारी में कभी किसी बीजेपी नेता का टारगेट नहीं किया जाता. जया ने कहा, 'वे सभी उलटी गंगा में नहाकर आए हैं, उनके सारे पाप धुल गए हैं. गंगा मैली हो गई है.'जया ने यह आरोप, सोमवार को राज्यसभा में एक बिल की चर्चा के दौरान एक सदस्य की निजी टिप्पणी को लेकर गुस्सा जताए जाने के एक दिन बाद लगाया. इस टिप्पणी को बाद में कार्यवाही से हटा दिया गया. जया बच्चन कल नारकोटिक्स ड्रग्स बिल पर चर्चा के दौरान सत्ताधारी दल के एक सदस्य की टिप्पणी से खफा नजर आई थीं. इस दौरान उन्होंने 'चेयर' पर भी विपक्ष की बात नहीं सुनने का आरोप लगाया. 'चेयर' को संबोधित करते हुए जया ने कहा, 'आपको निष्पक्ष रहना चाहिए और किसी पार्टी विशेष का समर्थन नहीं करना चाहिए.' उस समय पीठासीन अध्यक्ष भुवनेश्वर कलिता थे.
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जया ने कहा था, 'हम आपसे क्या उम्मीद रख सकते हैं? क्या चल रहा है? ऐसे कई मुद्दे हैं जिसे लेकर हम एक बिल पर चर्चा कर रहे हैं जो सरकार की ओर से अपनी गलतियों को ठीक करने के लिए लाया गया है...आप गला घोंट दीजिए हम सबका.' जैसे ही बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा ने व्यवस्था का मुद्दा उठाया और सपा सांसद पर 'चेयर' की ओर इशारा करने का आरोप लगाया तो विवाद शुरू हो गया. सत्तारूढ़ दल की बेंच की ओर से निशाना साधते हुए जया ने कहा, 'आप लोगों के बुरे दिन आएंगे, मैं आपको श्राप देती हूं. '
NDTV से बात करते हुए आज जया बच्चन ने कहा, 'मैं वास्तव में गुस्से में हूं इसलिए मैंने ऐसा कहा. ऐसा होना चाहिए. उनके बुरे दिन बहुत जल्दी आएंगे....मैं अपने सहयोगियों (12 निलंबित सांसद) को लेकर गुस्से में हूं जो यहां बैठे है. यह न्याय नहीं है. इस सरकार ने न्याय की उम्मीद करने का कोई मतलब नहीं है. जिस तरह उन्हें किसानों से माफी मांगनी पड़ी, सरकार को एक दिन इन सांसदों से भी माफी मांगनी पड़ेगी.'
जया की आज की टिप्पणी उनकी बहू और बॉलीवुड एक्टर ऐश्वर्या राय बच्चन से प्रवर्तन निदेशालय द्वारा वर्ष 2016 के पनामा पेपर्स मामले में की गई पूछताछ के एक दिन बाद भी आई है. हालांकि जया ने अपनी बहू के पूछताछ के बारे में सीधे तौर पर कोई जिक्र नहीं किया. केंद्रीय एजेंसियों की ओर से उनकी पार्टी के खिलाफ कार्रवाई के बारे में सवाल पर जया ने कहा, 'वे (सरकार) घबराए हुए हैं. उनके पास कई संस्थाएं हैं और वे इनका दुरुपयोग कर रहे हैं...हवा बड़ी करारी है, लाल टोपी सब पे भारी है..' लाल टोपी, समाजवादी पार्टी से जुड़ी हुई है और इस पार्टी के सदस्य अपने कार्यक्रमों में लाल रंग की टोपी पहनते हैं.
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