नई दिल्ली:
बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी को एक और हमले का सामना करना पड़ा, जब पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य जगदीश शेट्टीगर ने मांग की कि पूर्ति समूह को संदिग्ध वित्तपोषण के आरोपों के मद्देनजर उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।
शेट्टीगर ने कहा, गडकरी स्वयंसेवक (आरएसएस कार्यकर्ता) भी हैं, जिनका धर्म सबसे पहले देश हित और फिर पार्टी हित की रक्षा करना है। इसलिए अंतरात्मा से स्वयंसेवक होने के नाते मुझे यकीन है कि वह समूचे देश और संगठन के हित में सर्वश्रेष्ठ कदम उठाएंगे।
उन्होंने उल्लेख किया कि गडकरी की ओर से समय पर कदम उठाना महत्वपूर्ण है। नेता ने कहा कि लोगों की सोच का ध्यान रखा जाना चाहिए और जांच प्रक्रिया पूरी होने तक गडकरी को इस्तीफा दे देना चाहिए। शेट्टीगर ने बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी का उदाहरण पेश किया, जिन्होंने हवाला मामले में आरोप लगने के बाद इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने यह घोषणा भी की थी कि वह कभी चुनाव नहीं लड़ेंगे।
शेट्टीगर ने आरएसएस के विचारक एस गुरुमूर्ति द्वारा गडकरी को दी गई क्लीन चिट पर यह कहकर टिप्पणी से इनकार किया कि उन्होंने उनकी रिपोर्ट का अध्ययन नहीं किया है। हालांकि, उन्होंने कहा कि यह देखने के लिए एक अंदरूनी तंत्र होना चाहिए कि कोई व्यक्ति भ्रष्ट है या नहीं।
शेट्टीगर ने कहा, जो कहा गया है, अगर वह सही है, तो मेरा मानना है कि यह उसके अनुरूप नहीं है जिसे आप सेबी या अन्य संस्थानों के नियम कहते हो। उनसे पहले बीजेपी के राज्यसभा सदस्य राम जेठमलानी और उनके बेटे महेश ने कहा था कि गडकरी को अपने पद से तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए, क्योंकि उनके खिलाफ आरोपों से पार्टी को नुकसान हो रहा है। उन्होंने जसवंत सिंह, यशवंत सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा जैसे अन्य नेताओं का समर्थन होने का दावा किया था।
शेट्टीगर ने कहा, गडकरी स्वयंसेवक (आरएसएस कार्यकर्ता) भी हैं, जिनका धर्म सबसे पहले देश हित और फिर पार्टी हित की रक्षा करना है। इसलिए अंतरात्मा से स्वयंसेवक होने के नाते मुझे यकीन है कि वह समूचे देश और संगठन के हित में सर्वश्रेष्ठ कदम उठाएंगे।
उन्होंने उल्लेख किया कि गडकरी की ओर से समय पर कदम उठाना महत्वपूर्ण है। नेता ने कहा कि लोगों की सोच का ध्यान रखा जाना चाहिए और जांच प्रक्रिया पूरी होने तक गडकरी को इस्तीफा दे देना चाहिए। शेट्टीगर ने बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी का उदाहरण पेश किया, जिन्होंने हवाला मामले में आरोप लगने के बाद इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने यह घोषणा भी की थी कि वह कभी चुनाव नहीं लड़ेंगे।
शेट्टीगर ने आरएसएस के विचारक एस गुरुमूर्ति द्वारा गडकरी को दी गई क्लीन चिट पर यह कहकर टिप्पणी से इनकार किया कि उन्होंने उनकी रिपोर्ट का अध्ययन नहीं किया है। हालांकि, उन्होंने कहा कि यह देखने के लिए एक अंदरूनी तंत्र होना चाहिए कि कोई व्यक्ति भ्रष्ट है या नहीं।
शेट्टीगर ने कहा, जो कहा गया है, अगर वह सही है, तो मेरा मानना है कि यह उसके अनुरूप नहीं है जिसे आप सेबी या अन्य संस्थानों के नियम कहते हो। उनसे पहले बीजेपी के राज्यसभा सदस्य राम जेठमलानी और उनके बेटे महेश ने कहा था कि गडकरी को अपने पद से तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए, क्योंकि उनके खिलाफ आरोपों से पार्टी को नुकसान हो रहा है। उन्होंने जसवंत सिंह, यशवंत सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा जैसे अन्य नेताओं का समर्थन होने का दावा किया था।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
नितिन गडकरी, गडकरी पर भ्रष्टाचार के आरोप, जगदीश शेट्टीगर, Nitin Gadkari, Corruption Charges On Nitin Gadkari, Jagadish Shettigar