नई दिल्ली:
श्रीनगर में तिरंगा नहीं फहराने देने के केंद्र एवं राज्य सरकार के प्रयास को अलोकतांत्रिक करार देते हुए भाजपा ने मंगलवार को कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को लाल चौक पर राष्ट्रध्वज फहराने की अनुमति नहीं देने का सरकार का फैसला भ्रष्टाचार से जुड़े विभिन्न मुद्दों से लोगों का ध्यान बांटने का प्रयास है। राजघाट में भूख हड़ताल पर बैठे भाजपा के पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा, मेरा मानना है कि संप्रग सरकार और जम्मू कश्मीर सरकार का श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराने की अनुमति नहीं देना भ्रष्टाचार से जुड़े विभिन्न मुद्दों से सरकार का ध्यान बांटने का प्रयास है। उन्होंने दावा किया कि प्रतिबंध के बावजूद भाजपा की युवा इकाई लोकतांत्रिक ढंग से प्रतिबंध का विरोध करने को प्रतिबद्ध है। राजनाथ ने कहा कि श्रीनगर में तिरंगा फहराना इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि राज्य का भारत से जुड़ाव एक संधि के माध्यम से हुआ और विलय नहीं हुआ। उन्होंने कहा, क्या कोई भारतीय इसे स्वीकार करेगा ऐसे बयान के बाद क्या हम कह सकते हैं कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। हम मानते हैं कि देश के किसी भी हिस्से में तिरंगा फहराया जा सकता है चाहे वह जम्मू या श्रीनगर क्यों न हो।
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