रामविलास पासवान की फाइल फोटो
हैदराबाद:
बिहार विधानसभा चुनावों से पहले केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष रामविलास पासवान ने राज्य में एनडीए के सीएम पद के उम्मीदवार के तौर पर दौड़ में होने की बात को खारिज करते हुए कहा कि वह राष्ट्रीय राजनीति में ही रहना चाहेंगे।
पासवान से जब बीजेपी सांसद शत्रुघन सिन्हा के इस बयान के बारे में पूछा गया कि बिहार में एनडीए के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए पासवान बेहतर होंगे तो उन्होंने कहा, 'मैं शत्रुघ्न सिन्हा जी का धन्यवाद अदा करूंगा। वह शुरू से हमारे शुभचिंतक हैं। हम भाइयों की तरह हैं। लेकिन मैं पहले ही कह चुका हूं कि मैं राष्ट्रीय राजनीति में रहूंगा और प्रदेश में नहीं जाऊंगा।'
पासवान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बिहार के लिए विशेष पैकेज की घोषणा के बाद सत्तारूढ़ जदयू और उसके सहयोगी दल चुप हो गए हैं और एनडीए आसानी से चुनाव जीत जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पिछली यूपीए सरकार ने बिहार के लिए पैकेज के रूप में कोई ठोस मदद नहीं की, जबकि नीतीश कुमार ने इसकी मांग की थी। उन्होंने कहा, 'जब चिदंबरम वित्त मंत्री थे तो नीतीश कुमार उनकी चमचागिरी करते थे। वह उनसे मिलने कांग्रेस दफ्तर तक में गए। उन्होंने 10,000 करोड़ रुपये देने की घोषणा की जो कभी नहीं दिए गए। प्रधानमंत्री ने इसकी बात किए बिना 1,25,000 करोड़ रुपये की घोषणा कर दी।'
इसके साथ ही पासवान ने कहा कि बिहार चुनावों के लिए एनडीए के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे पर बातचीत इस महीने के आखिर तक पूरी हो जानी चाहिए। उन्होंने कहा, 'सीट बंटवारा मुद्दा नहीं है। हम बैठेंगे और फैसला करेंगे। इस महीने में यह हो जाना चाहिए।'
पासवान से जब बीजेपी सांसद शत्रुघन सिन्हा के इस बयान के बारे में पूछा गया कि बिहार में एनडीए के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए पासवान बेहतर होंगे तो उन्होंने कहा, 'मैं शत्रुघ्न सिन्हा जी का धन्यवाद अदा करूंगा। वह शुरू से हमारे शुभचिंतक हैं। हम भाइयों की तरह हैं। लेकिन मैं पहले ही कह चुका हूं कि मैं राष्ट्रीय राजनीति में रहूंगा और प्रदेश में नहीं जाऊंगा।'
पासवान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बिहार के लिए विशेष पैकेज की घोषणा के बाद सत्तारूढ़ जदयू और उसके सहयोगी दल चुप हो गए हैं और एनडीए आसानी से चुनाव जीत जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पिछली यूपीए सरकार ने बिहार के लिए पैकेज के रूप में कोई ठोस मदद नहीं की, जबकि नीतीश कुमार ने इसकी मांग की थी। उन्होंने कहा, 'जब चिदंबरम वित्त मंत्री थे तो नीतीश कुमार उनकी चमचागिरी करते थे। वह उनसे मिलने कांग्रेस दफ्तर तक में गए। उन्होंने 10,000 करोड़ रुपये देने की घोषणा की जो कभी नहीं दिए गए। प्रधानमंत्री ने इसकी बात किए बिना 1,25,000 करोड़ रुपये की घोषणा कर दी।'
इसके साथ ही पासवान ने कहा कि बिहार चुनावों के लिए एनडीए के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे पर बातचीत इस महीने के आखिर तक पूरी हो जानी चाहिए। उन्होंने कहा, 'सीट बंटवारा मुद्दा नहीं है। हम बैठेंगे और फैसला करेंगे। इस महीने में यह हो जाना चाहिए।'
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