बिहार : कॉपियों में मिले 100 रुपये के नोट, जांचने वाले को नहीं पता 'शेक्सपीयर' की स्पेलिंग

सहरसा:

सहरसा जिले के एक स्कूल में, तमन्ना अली जो दसवीं कक्षा की अंग्रेजी विषय की उत्तर पुस्तिका चेक कर रहे थे, उनसे पूछा गया कि वे 'शेक्सपियर' (Shakespeare) की स्पेलिंग (वर्तनी) क्या लिखेंगे, लेकिन उन्होंने इसकी गलत वर्तनी - shakspear - बताई। इसके अलावा एनडीटीवी ने दूसरे शिक्षक से कुछ सवाल पूछे, लेकिन उसने भी गलत जवाब दिए।

एक गणित का शिक्षक जो गणित विषय की उत्तर पुस्तिका चेक कर रही थी, उससे गणित से जुड़े 'पाइथागोरस' और गणित की उन 'थ्योरम' के बारे में पूछा गया, जो कक्षा नवीं में पढ़ाई जाती हैं, लेकिन सवाल पूछते ही उस शिक्षक के चेहरे पर मानों उलझनों से भरा भाव दिखाई दिया। इसके बाद उस शिक्षक से 'मैथेमेटिक्स' (Mathematics) शब्द की स्पेलिंग पूछी गई, लेकिन शिक्षक इस शब्द का स्पेलिंग भी ठीक नहीं बताई।

एक दूसरा शिक्षक बच्चों द्वारा जमा कराई गई उत्तर-पुस्तिका में 100 रुपये के नोट के साथ पकड़ा गया, शायद विद्यार्थियों ने भी सोचा होगा कि उत्तर-पुस्तिका में 100 रुपये का नोट रखने से वे परीक्षा में पास हो जाएंगे।

इससे पहले करीब 3000 प्राथमिक कक्षा के स्कूल शिक्षकों को कोर्ट के आदेश पर अपनी योग्यता परीक्षा को पास करने के लिए कहा गया था, लेकिन वे दो बार इस परीक्षा को पास करने में असफल साबित हुए। इस परीक्षा में स्कूल शिक्षकों की कक्षा पांच तक के विभिन्न विषयों की परीक्षा ली गई थी जैसे हिन्दी, गणित, अंग्रेजी और सामान्य ज्ञान।

कुल 1700 परीक्षार्थियों और 38 विद्यार्थियों को निष्कासित किया गया और 132 अभिभावकों को परीक्षा केंद्र पर नकल कराने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया और नकल कराने की इस कोशिश को इंटरनेट पर भी वायरल कर दिया गया।

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राज्य के शिक्षा मंत्री ने नकल के इस पूरे कांड पर ये बयान दिया, क्या हमें उन्हें शूट कर देना चाहिए? बिहार राज्य में चली आ रही इस प्रकार की शिक्षा प्रणाली को उन्होंने एक मजबूरी बताया।