
बिहार में जेडीयू के चार बागी विधायकों की विधानसभा से सदस्यता खत्म कर दी गई है। विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने शनिवार को यह फैसला सुनाया।
सदस्यता गंवाने वाले विधायकों में ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू, रवींद्र राय, नीरज कुमार बबलू और राहुल शर्मा हैं। इन चारों विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष के फैसले के खिलाफ अदालत जाने की बात कही है।
उल्लेखनीय है कि पिछले राज्यसभा उपचुनाव में जेडीयू के कुछ विधायकों ने पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ 'क्रॉस वोटिंग' की थी। ये बागी नेता पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ भी कई मौके पर बयानबाजी कर चुके हैं।
क्रॉस वोटिंग के बाद जेडीयू ने आठ विधायकों की विधानसभा सदस्यता रद्द करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष से सिफारिश की थी। इस मामले पर अध्यक्ष के समक्ष कई दिनों से सुनवाई चल रही थी। इस समय विधायक पूनम देवी, अजीत कुमार, सुरेश चंचल और राजू कुमार सिंह के खिलाफ भी अध्यक्ष के समक्ष सुनवाई चल रही है।
सदस्यता खत्म होने के बाद ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने कहा कि इस फैसले के खिलाफ वे उच्च न्यायालय जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी बात सही ढंग से नहीं सुनी गई। इधर, रवींद्र राय ने इस फैसले के पीछे का 'मास्टर माइंड' पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बताया है। उन्होंने कहा कि यह तुगलकी फरमान है, जो लोकतंत्र की हत्या के समान है।
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