जेएनयू में छात्रों को संबोधित करते कांग्रेस नेता शशि थरूर
नई दिल्ली:
कांग्रेस नेता शशि थरूर द्वारा जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की तुलना भगत सिंह से करने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है और भाजपा ने इसकी तीखी आलोचना करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री पर शहीद-ए-आजम का अपमान करने का आरोप लगाया। उधर कांग्रेस ने देशद्रोह के आरोप का सामना कर रहे कन्हैया कुमार की तुलना भगत सिंह से किए जाने को वस्तुत: खारिज कर दिया।
भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा, ‘‘देश की आजादी के लिए लड़ते हुए भगत सिंह भारत मां की जय का नारा लगाते हुए फांसी पर चढ़ गए। भगत सिंह से कन्हैया कुमार की तुलना करना स्वतंत्रता सेनानी तथा सभी देशभक्तों का अपमान है। शशि थरूर को बताना चाहिए कि अगर कन्हैया भगत सिंह हैं तो राहुल और सोनिया गांधी क्या हैं।’’
जेएनयू में छात्रों के एक समूह को रविवार रात संबोधित करते हुए थरूर ने ब्रिटिश राज में राजद्रोह कानून के पीड़ितों का नाम लेते हुए कहा था कि भगत सिंह अपने समय के कन्हैया कुमार थे।
उन्होंने कहा, ‘‘ब्रिटिश राज के तहत राजद्रोह कानून के सबसे बड़े पीडित जवाहरलाल नेहरू, महात्मा गांधी, बाल गंगाधर तिलक, एनी बेंसेट और भगत सिंह थे।’’ जब एक लड़की ने कन्हैया का जिक्र किया तो तुरंत जवाब आया कि ‘‘भगत सिंह अपने समय के कन्हैया कुमार थे।’’ भाजपा ने थरूर की टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए कहा कि यह महान स्वतंत्रता सेनानी के साथ साथ देशभक्तों का भी अपमान है।
थरूर ने अपनी ओर से स्पष्टीकरण दिया कि उनका इरादा भगत सिंह के साथ कन्हैया की तुलना का नहीं था।
उन्होंने एक स्पष्टीकरण में कहा, ‘‘आप एक मामूली बात को उठा रहे हैं जो दर्शकों द्वारा की गयी एक टिप्पणी के जवाब में कही गयी थी। भगत सिंह उपनिवेशवादी शासन और विदेशी दमन के खिलाफ लड़ रहे थे जबकि कन्हैया एक लोकतंत्र में अपने सिद्धांतों के लिए संघर्ष कर रहा है।’’ थरूर ने कहा, ‘‘इसलिए स्थिति भिन्न है लेकिन तुलना (थी) युवा, मार्क्सवादी, आदर्शवादी, अपनी मातृभूमि के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध..बस इतना ही।’’ इस बीच कांग्रेस ने शशि थरूर द्वारा कन्हैया की तुलना भगत सिंह से किए जाने को वस्तुत: खारिज कर दिया।
इस बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सिर्फ एक भगत सिंह हुए हैं। सिर्फ एक भगत सिंह हैं।’’
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा, ‘‘देश की आजादी के लिए लड़ते हुए भगत सिंह भारत मां की जय का नारा लगाते हुए फांसी पर चढ़ गए। भगत सिंह से कन्हैया कुमार की तुलना करना स्वतंत्रता सेनानी तथा सभी देशभक्तों का अपमान है। शशि थरूर को बताना चाहिए कि अगर कन्हैया भगत सिंह हैं तो राहुल और सोनिया गांधी क्या हैं।’’
जेएनयू में छात्रों के एक समूह को रविवार रात संबोधित करते हुए थरूर ने ब्रिटिश राज में राजद्रोह कानून के पीड़ितों का नाम लेते हुए कहा था कि भगत सिंह अपने समय के कन्हैया कुमार थे।
उन्होंने कहा, ‘‘ब्रिटिश राज के तहत राजद्रोह कानून के सबसे बड़े पीडित जवाहरलाल नेहरू, महात्मा गांधी, बाल गंगाधर तिलक, एनी बेंसेट और भगत सिंह थे।’’ जब एक लड़की ने कन्हैया का जिक्र किया तो तुरंत जवाब आया कि ‘‘भगत सिंह अपने समय के कन्हैया कुमार थे।’’ भाजपा ने थरूर की टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए कहा कि यह महान स्वतंत्रता सेनानी के साथ साथ देशभक्तों का भी अपमान है।
थरूर ने अपनी ओर से स्पष्टीकरण दिया कि उनका इरादा भगत सिंह के साथ कन्हैया की तुलना का नहीं था।
उन्होंने एक स्पष्टीकरण में कहा, ‘‘आप एक मामूली बात को उठा रहे हैं जो दर्शकों द्वारा की गयी एक टिप्पणी के जवाब में कही गयी थी। भगत सिंह उपनिवेशवादी शासन और विदेशी दमन के खिलाफ लड़ रहे थे जबकि कन्हैया एक लोकतंत्र में अपने सिद्धांतों के लिए संघर्ष कर रहा है।’’ थरूर ने कहा, ‘‘इसलिए स्थिति भिन्न है लेकिन तुलना (थी) युवा, मार्क्सवादी, आदर्शवादी, अपनी मातृभूमि के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध..बस इतना ही।’’ इस बीच कांग्रेस ने शशि थरूर द्वारा कन्हैया की तुलना भगत सिंह से किए जाने को वस्तुत: खारिज कर दिया।
इस बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सिर्फ एक भगत सिंह हुए हैं। सिर्फ एक भगत सिंह हैं।’’
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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