नई दिल्ली:
योगगुरु रामदेव ने फेमा मामले में अपना और अपने सहयोगी बालकृष्ण का नाम आने का बाद एक प्रेस कान्फ्रेंस बुलाकर सफाई दी। रामदेव ने कहा कि जो भी दान लिया गया वह सरकार के नियम के मुताबिक ही लिया गया है। रामदेव ने कहा कि मीडिया यह न लिखे कि बाबा रामदेव की कंपनी के ख़िलाफ कार्रवाई की गई क्योंकि उनकी कोई कंपनी है ही नहीं…सब ट्रस्ट है। उन्होंने यह भी कहा कि काले धन के खिलाफ उनके संघर्ष को दबाने की सरकार की साज़िश है। उनके अनुसार उन्होंने देश की सेवा की है और बदनाम करने वाला कोई काम नहीं किया।
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