आजम खान ने मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के बीच सुलह कराने में मध्यस्थता निभाई
खास बातें
- आजम खान ने सपा कुनबे में सुलह के लिए मध्यस्थता कराई
- शुक्रवार को अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव को पार्टी से निकाल दिया गया था
- टिकटों के बंटवारे को लेकर सपा में मचा है घमासान
सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान ने अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव के सपा से निष्कासन रद होने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि आखिर उनकी कोशिश कामयाब रही. उन्होंने कहा कि सपा से अखिलेश को निष्कासित किया जाना उनको भी अच्छा नहीं लगा था. लिहाजा आज वह अखिलेश को लेकर मुलायम से मिले. उनकी मध्यस्थता में बातचीत हुई और अखिलेश और रामगोपाल को पार्टी में वापस ले लिया गया.
आजम खान ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कहा कि जब वह बातचीत के लिए पहुंचे तो बहुत ही सौहार्दपूर्ण माहौल में बातचीत हुई. सारे मतभेद दूर हुए और सपा में संकट खत्म हो गया. उन्होंने यह भी कहा कि उनका एकमात्र एजेंडा पार्टी में एकता को वापस लाना था. इसमें वह कामयाब रहे.
वहीं दूसरी ओर अमर सिंह ने भी कहा है कि सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह ने एकदम सही निर्णय लिया है. उन्होंने यह भी कहा कि मेरे जीते जी सपा में विभाजन नहीं हो सकता. उन्होंने यह भी कहा कि मुलायम ने परिपक्व राजनीति दिखाई. उसकी का परिणाम है कि सपा से निष्कासित नेताओं की वापसी हुई.
इससे पहले लालू प्रसाद यादव ने भी निष्कासन रद होने पर प्रसन्नता जाहिर की थी. हालांकि उन्होंने सुबह कहा था कि सपा में जो हो रहा है उससे मैं चिंतित हूं. उन्होंने यह भी कहा था कि मैंने आज सुबह मुलायम सिंह यादव से बात की और उन्हें कहा कि फालतू लोगों के चक्कर में न पड़ें. जग हंसाई होती है. मैंने अखिलेश यादव से भी बातचीत की है. मैंने अखिलेश से कहा है कि वे मुलायम सिंह यादव से जाकर मिलें.
बाद में अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव के निष्कासन वापस होने पर लालू प्रसाद ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि मैंने अपना फर्ज निभाया. चूंकि हमारा फर्ज था इसलिए फोन किया था.