पीएम मोदी आज अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन के साथ-साथ एक पारिजात के पौधे का भी रोपण करेंगे. लेकिन इस पौधे को कैसे लगाया जाएगा इस बात की भी जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि पौधे के निकट एक मटका गाड़ दीजिए. उसमें पानी भर कर ढक दीजिए. एक सप्ताह तक पौधे को पानी देने की आवश्यकता नहीं होगे. अपने ब्लॉग में उन्होंने लिखा कि इस विधि का इस्तेमाल गुजरात के कई गांवों में किया गया है. उन्होंने कहा इस पौधे में अगर बर्तन धुलने में जो पानी इस्तेमाल होता है उसको मटके में डाला जाए तो ज्यादा अच्छे नतीजे मिलेंगे. आपको बता दें कि पीएम मोदी दिल्ली से अयोध्या के लिए रवाना हो चुके हैं. उनका विमान पहले लखनऊ में उतरेगा इसके बाद वहां से विशेष हेलिकॉप्टर से अयोध्या जाएंगे. पीएम मोदी करीब 3 घंटे तक अयोध्या में रहेंगे.
आपको बता दें कि इस कार्यक्रम में करीब 200 लोगों को बुलाया गया है. हालांकि कोरोना के प्रकोप देखते हुए इसमें मंदिर आंदोलन से जुड़े प्रमुख चेहरे लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे नेताओं को नहीं भेजा गया है. हालांकि इस मौके पर आडवाणी ने एक संदेश जारी किया है. उन्होंने कहा, 'मैं विनम्रता से भर जाता कि नियति ने राम जन्मभूमि आंदोलन में वर्ष 1990 में राम रथ यात्रा के माध्यम से मुझे महत्वपूर्ण दायित्व निभाने का मौका दिया'. आडवाणी ने आगे कहा, राम मंदिर एक शांतिपूर्ण सौहार्दपूर्ण राष्ट्र के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व करेगा जहां सबके लिए न्याय होगा और कोई भी बहिष्कृत नहीं होगा, ताकि देश 'राम राज्य' की ओर अग्रसर हो, जो 'सुशासन का प्रतिमान' है.
उन्होंने कहा, 'श्री राम का स्थान भारतीय संस्कृति और सभ्यता की धरोहर में सर्वोच्च है और वे विनीत, मर्यादा और शिष्टाचार के मूर्तरूप हैं. मेरा मानना है कि यह मंदिर सभी भारतीयों को भगवान राम के गुणों को आत्मसात करने के लिए प्रेरित करेगा.'
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