प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:
महाराष्ट्र एटीएस इस बात की जांच कर रही है कि क्या उसके द्वारा गिरफ्तार पांच बांग्लादेशी नागरिकों की 2013 के बोध गया विस्फोट सहित देश में आतंकी गतिविधियों में कोई भूमिका रही है. पांचों को बांग्लादेश के अंसारुल्ला बांग्ला टीम( एबीटी) के संदिग्ध आतंकियों को कथित तौर पर शरण देने के मामले में गिरफ्तार किया गया है. अंसारुल्लाह बांग्लादेश टीम ऊर्फ ए.बी.टी आतंकी संगठन भारत के लिए नया खतरा है. महाराष्ट्र एटीएस ने पुणे से हाल ही में 5 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा है, जिन पर आरोप हैं कि वे एबीटी के स्लीपर हो सकते हैं.
एटीएस के मुताबिक एबीटी भारत के लिए नये खतरे के तौर पर उभर रहा है. गिरफ्तार संदिग्धों पर ए बी टी के फरार आरोपियों को पनाह देने और उनके लिए आर्थिक व्यस्था करने का शक है.
बड़ी कामयाबी: बोधगया विस्फोट मामले में दो आतंकवादी गिरफ्तार
सूत्रों के मुताबिक ए बी टी का अलकायदा से सम्बंध है और ए बी टी के स्लीपर सेल भारत के कई शहरों की रेकी भी कर चुके हैं. बोधगया में बम धमाका करा चुके ए बी टी के बारे में कहा जाता है कि इनकी आई डी कभी फेल नहीं होती.
VIDEO: बोधगया की तुलना में 'गया' का विकास कम (इनपुट भाषा से)
एटीएस के मुताबिक एबीटी भारत के लिए नये खतरे के तौर पर उभर रहा है. गिरफ्तार संदिग्धों पर ए बी टी के फरार आरोपियों को पनाह देने और उनके लिए आर्थिक व्यस्था करने का शक है.
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सूत्रों के मुताबिक ए बी टी का अलकायदा से सम्बंध है और ए बी टी के स्लीपर सेल भारत के कई शहरों की रेकी भी कर चुके हैं. बोधगया में बम धमाका करा चुके ए बी टी के बारे में कहा जाता है कि इनकी आई डी कभी फेल नहीं होती.
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