
फाइल फोटो
नई दिल्ली:
चुनाव आयोग मध्यप्रदेश, मिजोरम, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव एक साथ कराने की संभावनाओं पर गौर कर रहा है और पांच राज्यों में चुनाव प्रक्रिया दिसंबर के दूसरे सप्ताह तक पूरी हो सकती है. चुनाव आयोग के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बुधवार को कहा कि पुराने चुनावी कार्यक्रम को देखते हुए छत्तीसगढ़ में दो चरणों में मतदान हो सकता है जबकि अन्य राज्यों में एक चरण में ही मतदान संपन्न हो सकता है. तेलंगाना में विधानसभा चुनाव कराने की तैयारियां तेज करते हुए आयोग ने शनिवार को घोषणा की थी कि आठ अक्तूबर को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित होगी.
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आयोग ने राज्य विधानसभा को समयपूर्व भंग किये जाने के बीच मतदाता सूची में संशोधन की प्रक्रिया रोक दी थी. आठ अक्तूबर को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी जिसका मतलब यह हुआ कि इस तारीख के बाद किसी भी समय चुनाव हो सकता है. नई मतदाता सूची सामने आने के बाद आयोग कानूनी रूप से चुनाव कार्यक्रम घोषित करने के लिए तैयार होगा.
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तेलंगाना विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के लिए यहां आई चुनाव आयोग के अधिकारियों की एक टीम ने कहा कि वह आयोग को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी और फिर आयोग, चुनाव की तारीखों पर फैसला करेगा. वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त उमेश सिन्हा की अगुवाई वाली टीम ने इससे पहले राज्य प्रशासन और विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के साथ चर्चा की. सिन्हा ने पत्रकारों को बताया, ‘चुनाव कराने पर फैसला तो चुनाव आयोग ही करेगा. जैसा कि मैंने आपसे कहा, हमने बुनियादी तैयारियों का आकलन किया है.’
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उन्होंने कहा, ‘चुनाव आयोग ने तैयारियों के स्तर के आकलन के लिए अपनी टीम भेजी. लिहाजा, इस समय कोई टिप्पणी करना संभव नहीं है. हम चुनाव आयोग को अपनी रिपोर्ट देंगे और उसके बाद चुनाव आयोग फैसला करेगा.’ (इनपुट भाषा से)
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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