बोडो उग्रवादियों के हाथों मारे गए उन 18 लोगों को आज दफना दिया गया, जिनके परिजनों ने पहले इसके लिए मना कर दिया था। इससे पहले असम सरकार ने दोषियों को सजा देने और बोडोलैंड क्षेत्रीय प्रशासनिक जिलों (बीटीएडी) में रह रहे लोगों को सुरक्षा मुहैया कराने का आश्वासन दिया। (पढ़ें- शवों के अंतिम संस्कार करने से परिवारों क्यों कर रहे थे इनकार)
असम के समन्वय एवं सीमाई इलाका विकास (कोऑपरेशन एंड बॉर्डर एरियाज डवलपमेंट) मंत्री सिद्दीक अहमद ने बीटीएडी में प्रभावित इलाकों का दौरा किया और मृतकों के परिवार वालों से मिले। ये सभी लोग अल्पसंख्यक समुदाय के थे।
अहमद ने कहा कि सरकार दोषियों को सजा देगी और राज्य में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की रक्षा के लिए सभी कदम उठाएगी।
मंत्री ने तब लोगों से मृतकों के 'जनाजे' की रस्म करने का आग्रह किया। उनका आग्रह स्वीकार करते हुए, दोपहर को बक्सा जिले में मंत्री की मौजूदगी में 18 लोगों का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
इससे पहले, दिन में इन 18 मृतकों के संबंधियों ने अपने परिजनों के क्रियाकर्म की अनुमति देने से मना कर दिया था। ये लोग मुख्यमंत्री तरूण गोगोई के दौरे की मांग कर रहे थे।
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