बॉलीवुड अभिनेता आशुतोष राणा (Ashutosh Rana) ने नसीरुद्दीन शाह (Naseeruddin shah) के उस बयान का बचाव किया है जिसमें उन्होंने इंसान की हत्या से ज्यादा गाय की हत्या को तरजीह देने की बात कही थी. साथ ही नसरुद्दीन शाह (Naseeruddin shah) ने कहा था देश में जैसे हालात हो चले हैं उसमें उन्हें डर लगता है कि उनके बच्चे भी सुरक्षित हैं या नहीं. राणा (Ashutosh Rana) ने शाह के इस बयान का समर्थन करते हुए कहा कि यह एक लोकतांत्रिक देश है और यहां सभी को अपनी बात रखने का पूरा हक है. अभिनेता आशुतोष राणा (Ashutosh Rana) ने शाह का बचाव करते हुए रविवार को कहा कि अपनी बात रखने पर अगर किसी का 'सामाजिक ट्रायल' किया जाता है तो वह गलत है. राणा ने संवाददाताओं से कहा कि सभी लोगों को अपने मन की बात साझा करने का अधिकार है और स्वतंत्रता का मतलब भी यही होता है. देश में अगर कोई अपने मन की बात रखता है तो क्या उसका सामाजिक ट्रायल होना चाहिए? उन्होंने कहा कि घर या परिवार के सदस्य की तरफ से कोई प्रतिक्रिया आती है तो उस पर विचार होना चाहिये. मन की बात कहने पर इस तरह के विवाद खड़ा करने से क्या देश की अर्थव्यवस्था सुधर जाएगी या आमदनी बढ़ जाएगी.
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राणा ने कहा कि इस तरह के विवाद करने से क्या रोजगार बढ़ सकता है? इसलिये हम सबको किसी के मन की बात का सामाजिक ट्रायल नहीं करना चाहिए बल्कि उन बातों को गम्भीरता से सुनना चाहिए. गौरतलब है कि मशहूर अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने पिछले दिनों एक बयान में कहा था कि देश के हालात बहुत बुरे हैं और उन्हें इस पर गुस्सा आता है. उन्होंने कहा था कि हाल में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में हुई हिंसा में साफ़ देखा गया कि आज देश में गाय की जान की कीमत एक पुलिस अफसर की जान से ज्यादा है. समाज में चारों तरफ जहर फैल चुका है और अब इसे से रोक पाना मुश्किल है. शाह के बयान को लेकर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की जा रही है.
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गौरतलब है कि नसीरुद्दीन शाह के इस बयान के बाद जमकर बवाल मचा हुआ है. नसीरुद्दीन शाह के इस बयान पर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि हिन्दुस्तान जितनी सहिष्णुता दुनिया के किसी दूसरे मुल्क में नहीं है. राजनाथ सिंह ने किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के 114वें स्थापना दिवस समारोह से इतर संवाददाताओं से बातचीत में अभिनेता नसीरुद्दीन शाह के हाल के बयान के बारे में एक सवाल के जवाब में कहा था कि भारत में जितनी सहिष्णुता है, मैं समझता हूं कि दुनिया में ढूंढने से भी नहीं मिलेगी. भारत दुनिया का ऐसा इकलौता देश है जहां विश्व के सभी प्रमुख धर्म पाये जाते हैं. यानी सारे धर्मों के मानने वाले लोग अगर कहीं मिलजुलकर रह रहे हैं, तो वह भारत ही है.
उन्होंने कहा था कि मैं दोहराना चाहूंगा कि इस्लामी देशों में भी इस्लाम के सभी 72 फिरके एक साथ नहीं मिलते. केवल भारत में ही मुसलमानों के ये सभी फिरके मौजूद हैं इसलिए यहां पर असहिष्णुता का कोई सवाल ही नहीं. गृह मंत्री ने कहा कि भारत में विभिन्न धर्मों को मानने वाले जितने भी लोग हैं, वे भारत को एक सशक्त, स्वाभिमानी, स्वावलम्बी और समृद्धिशाली बनाने में योगदान कर रहे हैं और आगे भी करेंगे. (इनपुट भाषा से)
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