मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने गुरुवार को कहा कि नई पीढ़ी को महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) के बारे में शिक्षित करने के लिए राज्य में अगले एक साल तक महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाई जाएगी. गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके समर्थक महज वोट हासिल करने के लिए ही महात्मा गांधी के नाम का जिक्र करते हैं. गहलोत (Ashok Gehlot) ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान महात्मा गांधी, सरदार पटेल और अन्य नेताओं द्वारा किए गए कार्यों को कभी स्वीकार नहीं किया. उन्होंने कहा, "अब हमें उन्हें बेनकाब करने की जरूरत है. नई पीढ़ी को इस बात से अवगत कराया जाना चाहिए कि सरदार पटेल, जिनका नाम मोदी ने बार-बार लिया है, उन्होंने महात्मा गांधी की हत्या के बाद आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया था."
उन्होंने कहा, "मोदी और उनकी टीम ने महात्मा गांधी को कभी स्वीकार नहीं किया. उनका गांधी या पटेल के साथ कभी रिश्ता या संबंध नहीं रहा. स्वतंत्रता संग्राम के दौरान महात्मा गांधी, पंडित नेहरू, मौलाना आजाद, सरदार पटेल जैसे वरिष्ठ नेता थे. आरएसएस या भाजपा ने उन्हें कभी स्वीकार नहीं किया. अब उनके नाम का उपयोग करते हुए वे देश को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं. इसलिए हमें उन्हें बेनकाब करने की जरूरत है."
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गहलोत राज्य में महात्मा गांधी की 150वीं वर्षगांठ समारोह पर चर्चा के लिए बुलाई गई बैठक में बोल रहे थे. उन्होंने कहा, "हमारी सरकार ने आने वाले वर्ष भर के दौरान यह 150वीं वर्षगांठ मनाने का फैसला किया है."
गहलोत ने कहा, "हम नई पीढ़ी को महात्मा गांधी के वास्तविक चरित्र के बारे में बताना चाहते हैं. हम चाहते हैं कि देश के युवाओं को गांधी के व्यक्तित्व और छवि के बारे में पता हो."
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