Aryan Khan Drugs Case : आर्यन खान ड्रग्स केस में लगातार नाटकीय मोड़ सामने आ रहे हैं. एनसीबी द्वारा इस मामले में गवाह बनाए गए केपी गोसावी (witness KP Gosavi ) के पहले लखनऊ में आत्मसमर्पण करने की बातें सामने आ रही थीं, लेकिन लखनऊ पुलिस ( Lucknow Police)ने इससे इनकार किया है. लखनऊ पुलिस ने सोमवार को मीडिया की उन रिपोर्ट को गलत ठहराया, जिसमें कहा गया है कि केपी गोसावी लखनऊ में आत्मसमर्पण करने वाला है. गोसावी की आर्यन खान की गिरफ्तारी के बाद उसके साथ ली गई सेल्फी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थी. इस केस में मुख्य गवाह प्रभाकर सेल (Prabhakar sail) ने आरोप लगाया है कि 18 करोड़ की डील हुई है, जिसका पता उसे गोसावी से चला.
उसने एनसीबी अधिकारियों (NCB Team) द्वारा इस मामले (cruise ship) को रफा दफा करने के लिए घूस लिए जाने के आरोपों को बेबुनियाद बताया है. ऐसी खबरें थीं कि वो लखनऊ में सरेंडर कर सकता है. लखनऊ में मीडिया से बातचीत में मड़ियांव एसएचओ मनोज सिंह ने कहा, उन्हें इस केस में कोई भी कॉल नहीं आई है और न ही ऐसी कोई सूचना है.18 करोड़ की डील के आरोपों पर गोसावी का कहना है कि घूसखोरी के ये आरोप पूरी तरह गलत और गढ़े गए हैं औऱ ये जांच से ध्यान भटकाने का प्रयास है.
'आर्यन खान मामले में ऐसी कोई चीज नहीं कि बेल से इनकार किया जा सके' : NDTV से वकील प्रशांत भूषण
एएनआई से बातचीत में गोसावी ने कहा, "उसे धमकियां दी जा रही हैं, क्योंकि उसके कारण आर्यन खान की गिरफ्तारी हुई है. उसे लगातार फोन कॉल आ रहे हैं. " गोसावी ने ANI को बताया कि वो महाराष्ट्र के बाहर पुलिस के समक्ष सरेंडर करेगा और तब सभी तरह की अटकलों पर विराम लग जाएगा. वहीं पुणे पुलिस की फारसखाना डिवीजन के एसीपी सतीश गोवेकर ने कहा कि उन्हें किरण गोसावी के सरेंडर के बारे में कोई जानकारी नहीं है और वो लगातार उसकी तलाश में जुटी हैं.
आर्यन खान केस : गवाह गोसावी लखनऊ में करेगा सरेंडर, बताया क्यों चल रहा था फरार
गौरतलब है कि मुंबई के कोर्डेलिया क्रूज शिप में दो अक्टूबर की रात जो ड्रग्स पार्टी का भंडाफोड़ किया गया था और बाद में आर्यन खान (aryan khan)समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया गया था. आर्यन खान मशहूर अभिनेता शाहरुख खान (Shahrukh Khan) बेटे हैं.
नवाब मलिक vs एनसीबी : 'मेरे दामाद के केस को बना रहे हैं ढाल' - NDTV से बोले महाराष्ट्र के मंत्री
इस केस में अहम गवाह प्रभाकर सेल ने सनसनीखेज खुलासा किया था कि मामले को रफा-दफा करने के लिए 25 करोड़ मांगे गए थे और 18 करोड़ रुपये में डील तय हुई थी. उसका कहना था कि उसने गोसावी को इस बारे में बात करते हुए सुना था. हालांकि एनसीबी और इस केस से जुड़े उसके अधिकारी समीर वानखेड़े ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं