मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि वह 10 दिनों तक प्रदर्शन के लिए तैयार हैं। इसके साथ ही उन्होंने पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर किए जा रहे प्रदर्शन में ईमानदार पुलिसकर्मियों और जनता से आगे आने की अपील की।
उन्होंने नई दिल्ली में एकत्र अपने सैकड़ों समर्थकों से कहा, 'हम 10 दिनों के प्रदर्शन की तैयारी के साथ आए हैं। अगर गणतंत्र दिवस के दौरान कोई हंगामा होता है, तब केंद्र सरकार को दोषी ठहराया जाएगा।'
धारा-144 लागू होने की वजह से केजरीवाल को केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ जाने से रोका गया। केजरीवाल और उनके मंत्री कार से नीचे उतर गए और उन्होंने रेल भवन के बाहर प्रदर्शन शुरू किया।
मुख्यमंत्री ने कहा, 'हमने पहले भी लोगों को प्रदर्शन में हमारे साथ न आने की ट्विट की थी। अब हम आपसे इसमें शामिल होने का आह्वान करते हैं। मैं ईमानदार पुलिसकर्मियों को छुट्टी लेकर हमारा साथ देने और न्याय के लिए लड़ने की अपील कर रहा हूं।'
केजरीवाल ने कहा कि युगांडा उच्चायोग की महिला प्रतिनिधि ने दिल्ली के कानून मंत्री सोमनाथ भारती को पत्र लिख कर देह व्यापार और मादक पदार्थो के तस्करों के खिलाफ कार्रवाई के लिए उनका आभार जताया है।
केजरीवाल ने कहा, 'उन्होंने शुक्रवार को हमें कार्रवाई के लिए शुक्रिया कहा है। उन्होंने कहा कि युगांडा से कई महिलाओं को काम देने के नाम पर लाया जाता है और उन्हें देह व्यापार में झोंक दिया जाता है।' मुख्यमंत्री ने कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कुछ मीडिया संस्थानों को भारती की आलोचना करने के लिए फटकार लगाया है।
केजरीवाल ने कहा, 'हां, मैं एक अराजकतावादी हूं और मैं इस अराजकता को गृह मंत्रालय तक ले जाऊंगा। जांच काफी नहीं है, दिल्ली पुलिस को जवाबदेह होना होगा।'
केजरीवाल ने पहले ही ट्वीट कर अपने समर्थकों से धरने पर नहीं आने की अपील की थी। ऐसा उन्होंने गणतंत्र दिवस परेड की तैयारी को ध्यान में रखते हुए कहा था।
दरअसल, पिछले दिनों एक छापे के दौरान केजरीवाल सरकार के मंत्री और पुलिस के बीच विवाद के बाद पुलिस और दिल्ली सरकार के बीच तनातनी की स्थिति बनी हुई है। केजरीवाल आरोपी पुलिसवालों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, जबकि पुलिस का कहना है कि मंत्री सोमनाथ भारती ने उनके काम में हस्तक्षेप किया।
दिल्ली के खिड़की एक्सटेंशन इलाके में दिल्ली सरकार के कानून मंत्री सोमनाथ भारती के छापे के बाद यह मामला गरमाया था। दिल्ली सरकार का आरोप है कि पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है, जबकि दिल्ली पुलिस का कहना है कि दिल्ली सरकार के मंत्री उनके काम में दखलअंदाजी कर रहे हैं। इस मामले के अलावा डेनमार्क की एक महिला से बलात्कार और सागरपुर इलाके में कथित रूप से एक महिला को जलाने के मामले में भी दिल्ली सरकार उचित पुलिसिया कार्रवाई की मांग कर रही है।
दिल्ली पुलिस ने संसद भवन, नॉर्थ ब्लॉक और साउथ ब्लॉक के आसपास धारा 144 लागू कर रखी है। धारा 144 इन इलाकों में 19 से लेकर 22 जनवरी तक के लिए लगाई गई है। पुलिस की दलील है कि ऐसा गणतंत्र दिवस की परेड को ध्यान में रखते हुए किया गया है। हालांकि कुछ लोग इसे केजरीवाल की ओर से धरने पर बैठने के ऐलान से भी जोड़कर देख रहे हैं।
दिल्ली पुलिस के अनुरोध पर मेट्रो ने संसद भवन के आसपास के चार मेट्रो स्टेशनों को सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक के लिए बंद रखने का फैसला लिया।
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