अन्ना हजारे ने अपने पूर्व सहयोगी अरविंद केजरीवाल पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा है कि केजरीवाल को पैसों का लालच नहीं है, लेकिन हो सकता है कि उन्हें सत्ता का लालच हो।
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
गौरतलब है कि अन्ना ने बातचीत में केजरीवाल की तारीफ भी की, लेकिन इशारों-इशारों में यह भी कह दिया कि केजरीवाल पहले के मुकाबले बदल गए हैं।
केजरीवाल द्वारा हाल ही में विभिन्न राजनेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार के खुलासे किए जाने का हवाला देते हुए अन्ना ने कहा कि केजरीवाल को आरोपों को एक-एक करके सामने लाना चाहिए और हर एक आरोप को निष्कर्ष तक पहुंचाना चाहिए। उनके लिए एक के बाद एक सभी राजनेताओं को कठघरे में खड़ा करना ठीक नहीं।
अन्ना ने कहा, आप एक ही समय पर हर किसी को नहीं पकड़ सकते। आपको हर किसी को एक-एक करके निशाने पर लेना चाहिए। मैंने छह मंत्रियों को इस्तीफा देने पर मजबूर किया और यह सब रणनीति के तहत हुआ। केजरीवाल को भी ऐसा ही करना चाहिए।
अन्ना ने केजरीवाल द्वारा राजनीतिक पार्टी बनाने की घोषणा के बाद उनका साथ छोड़ा था। जब अन्ना ने जनलोकपाल विधेयक को लेकर सरकार के खिलाफ मुहिम शुरू की थी, तब केजरीवाल उनके सबसे सक्रिय सहयोगी थे।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
Arvind Kejriwal, Anna Hazare, अरविंद केजरीवाल, अन्ना हजारे, अरविंद केजरीवाल की राजनीति, Arvind Kejriwal Politics