अरुणाचल के मुख्यमंत्री पेमा खांडू
नई दिल्ली:
आमतौर पर देखने में आता है कि कोई नेता तभी बगावत करता है, जब उसे वांछित पद नहीं मिलता, लेकिन अरुणाचल प्रदेश में जुलाई में ही मुख्यमंत्री बनाए गए कांग्रेस नेता ने ही बगावत कर दी है. यह अपनेआप में बिरला मामला है. पिछली बार जहां कालिखो पुल ने बगावत का बिगुल फूंका था, वहीं इस बार वर्तमान मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने ही कांग्रेस को जोर का झटका दे दिया है, 44 में से 43 विधायकों को अपने साथ ले गए हैं और अब कांग्रेस के पास केवल पूर्ण मुख्यमंत्री नबाम तुकी ही बचे हैं. हम आपको बता रहे हैं कि पेमा खांडू कौन हैं...
- 37 साल के पेमा खांडू अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज नेता दोरजी खांडू के बेटे हैं. दोरजी की 2011 में एक हेलीकॉप्टर हादसे में मौत हो गई थी.
- वह जून 2011 में अपने पिता के निर्वाचन क्षेत्र मुक्तो (सुरक्षित) क्षेत्र से पहली बार निर्विरोध विधायक चुने गए थे. 2014 में भी उन्होंने मुक्तो से निर्विरोध जीत हासिल की थी.
- पेमा ने दिल्ली के हिंदू कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की है.
- त्वांग जिले के रहने वाले खांडू के दो बेटे और एक बेटी है. वह मोंपा जनजाति से हैं. उन्होंने 2000 में कांग्रेस ज्वाइन की थी.
- पेमा 2005 में अरुणाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव बने थे और फिर 2010 में तवांग में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बनाए गए थे.
- पेमा जुलाई, 2016 में कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री बनने से पहले पर्यटन एवं जल संसाधन मंत्री रह चुके हैं.
- वर्तमान में वह देश के सबसे युवा मुख्यमंत्री हैं. साथ ही वह खेलप्रेमी भी हैं और अपने क्षेत्र में नई प्रतिभाओं की खोज के लिए प्रतियोगिताएं आयोजित करवाते रहते हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं